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गगल मारपीट मामला: गुस्साए ग्रामीणों ने रोका सीएम का काफिला, आरोपी पर मांगी कार्रवाई
गगल। कांगड़ा जिला के पुलिस थाना गगल (Gaggal Police Station) के तहत स्थानीय युवक ने रच्छियालू गांव के एक युवक पर जानलेवा हमला (Attack) कर दिया था। इस हमले में रच्छियालू गांव का युवक गंभीर घायल हो गया, जो अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट ग्रामीणों ने मंगलवार को गगल चौक पर सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) का काफिल रोक दिया और न्याय की मांग की। ग्रामीणों (Angry Villagers) ने सीएम से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई ना करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा कि आरोपित सचिन के खिलाफ पुलिस प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।
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ग्रामीणों ने कहा कि आरोपी सचिन के हमले से रोहित गंभीर घायल हो गया, जिसे टांडा में आईसीयू (ICU) में भर्ती करवाया गया है। ऐसे संगीन मामले में भी पुलिस प्रशासन ने दो दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों ने सीएम जयराम ठाकुर से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। बता दें कि इस मामले में पुलिस प्रशासन ने गगल थाना के एएसआइ रविंद्र कुमार, हवलदार नसीब व विजय को लाइन में स्थानांतरित कर दिया है। इसके विपरीत ग्रामीणों की मांग है कि गगल थाने के पुरे स्टाफ को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।
क्या था मामला
बता दें कि आठ सितंबर शाम के समय रच्छियालु के एक युवक रोहित पर गगल के युवक सचिन ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में रोहित गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे टांडा में भर्ती करवाना पड़ा था। आठ सितंबर को हुई घटना के बाद भी गगल पुलिस ने मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं 10 सितंबर को पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई से रोषित होकर गगल थाने का घेराव (Protest) किया था। ग्रामीणों की मांग थी कि आरोपित को गिरफ्तार किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। इसका मुख्य कारण पुलिस प्रशासन ढूलमुल रवैया था।
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वहीं पंचायत प्रतिनिधियों का भी आरोप था कि बार बार कहने के बावजूद पुलिस नशे पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही थीए बल्कि संरक्षण दे रही थी। गगल पंचायत प्रधान रेणु पठानिया ने आरोप लगाया था कि पंचायत की ओर से दो से तीन बार पुलिस को लिखित में पत्र देकर नशे पर लगाम लगाने को कहा गया था। बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी का परिणाम था कि आरोपित सचिन ने रोहित पर जानलेवा हमला कर दिया। वहीं ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए डीएसपी कांगड़ा मदन धीमान खुद गगल थाना पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करवाकर आरोपी को गिरफ्तार किया गया था।
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