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‘मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना Coronavirus की दवा नहीं है’
Last Updated on April 10, 2020 by
हैदराबाद। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। देश में अबतक कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 6 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। केंद्र और तमाम राज्य सरकारों द्वारा कोरोना के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बीजेपी पर करारा हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि बिना योजना बनाए लागू किए गए लॉकडाउन और कोरोना से नौसिखियों की तरह निपटने की कोशिशों की आलोचना से बचने का मिलाजुला प्रयास किया जा रहा है।
बीजेपी पर तंज करते हुए ओवैसी ने आगे कहा कि बीजेपी के प्रचारकों को मालूम होना चाहिए कि वो व्हॉट्सऐप फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को नहीं हरा सकते। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। ना ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। झूठी खबरें फैला कर मुसलमानों पर हमले किए जा रहे हैं। AIMIM चीफ ओवैसी ने तब्लीगी जमात (Tablighi jamaat) के मसले पर चर्चा करते हुए कहा कि जमात का कार्यक्रम पहले भी होता था, लेकिन आज उसे बदनाम किया जा रहा है। सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो सत्ता में हैं। जमात से नहीं, जिसमें अधिकांश भारतीय नागरिक हैं, लेकिन उनसे इस समय ऐसा व्यवहार नहीं हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि वैसे बड़ा कार्यक्रम देश में कई जगहों पर हुए, मगर बदनाम सिर्फ उनको किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में एयरपोर्ट में स्क्रीनिंग 3 मार्च से शुरू हो गई, फिर भी वे विदेशी कैसे कोरोना वायरस के साथ आकर तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हो गए, ये सोचने की विषय है।