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हिमाचल: 70 प्रतिशत विकलांगता के बावजूद नहीं मानी हार, फल बेचकर घर चलाता है अश्विनी
धर्मशाला। कहते है हौंसले बुलंद हो और कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। आज हम आपके ऐसे ही एक युवक की कहानी बताने जा रहे हैं। जो सोशल मीडिया में इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। युवक का नाम है अश्वनी। वे फल बेचते हैं।
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70 प्रतिशत अपंग है अश्वनी
अश्विनी शरीर से 70 प्रतिशत अपंग है, लेकिन उसका हौसला धौलाधार से भी ऊंचा और मजबूत है। अश्वनी इस हालत में भी रोजाना कोतवाली बाजार धर्मशाला से मैक्लोडगंज फल बेचने के लिए जाते हैं। अश्वनी कुमार के घर पर माता-पिता, पत्नी और एक बेटी है। वहीं, उनकी तीनों बहनों की शादी हो चुकी है। अश्वनी दिहाड़ी लगाकर घर के लिए दो जून की रोटी चलाते हैं। वहीं, अश्विनी की पत्नी की भी दिमागी हालत सही नहीं है। उनकी एक 4 साल की बेटी भी है।
आजतक नहीं मांगी भीख
अश्वनी के इस हौंसले को सब सलाम करते हैं। मैक्लोडगंज निवासी शेरा का कहना है कि वे 3 साल से अश्वनी को यहां फल बेचते हुए देख रहे हैं। और आज तक अश्विन ने कभी भी भीख नहीं मांगी। ये हम सब के लिए प्रेरणा है। इस हालत में भी अश्वनी मेहनत कर रहा है। सबको ऐसे युवाओं की मदद करनी चाहिए।
8 सालों से कर रहा कारोबार
अश्विन के मां सुपशना कटोच ने कहा कि अश्विनी बचपन से ही मेहनती है। वह 70 प्रतिशत विकलांग है। ठीक से बोल नहीं पाता है, ना खुद खा सकता है, लेकिन फिर भी वह अपना और पूरे परिवार का खर्च उठाता है। अश्विनी 8 सालों से अपना कारोबार चला रहा है।
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