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Kullu: देवसंसद में अठारह करडू ने दिए आदेश -ढालपुर मैदान में करवाओ काहिका उत्सव
कुल्लू। दशहरा उत्सव में ना बुलाने को लेकर नाराज हुए देवी-देवताओं के आह्वान पर आज भगवान रघुनाथ के दरबार में देव संसद (छोटी जगती) हुई। इस देव संसद में अठारह करडू (athaarah karadu) ने आदेश दिए कि ढालपुर मैदान में काहिका उत्सव (Kahika festival) का आयोजन किया जाए और उसके बाद यज्ञ हो। सभी देवी देवताओं के निशान के साथ धार्मिक उत्सव मनाया जाएगा। आज देव संसद (Deva sansad) में डेढ सौ से अधिक देवी-देवताओं ने शिरकत की। साथ ही देवताओं ने यह आदेश किया कि देवनीति में राजनीति ना करें। आज देव संसद का आयोजन देवता धूमल नाग हलाण, देवता हरिनारायण, देवता मेहा नारायण, देवता वीरनाथ, देवता फलाणी नारायण और देवी कोटली के आदेश पर किया गया।
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दशहरा उत्सव (Dussehra festival) के दौरान नाराज देवता देवता धूमल नाग, देवता वीरनाथ और देवता मेहा नारायण ने एक नवंबर को रघुनाथ के अस्थायी शिविर ढालपुर में छिद्रा की थी। इस दौरान देवताओं ने कहा कि 15 दिन के भीतर देव संसद करवानी होगी। ऐसे में भगवान रघुनाथ (Lord Raghunath) की ओर जिला के देवी देवताओं के कारदारों को भेजे गए निमंत्रण में देवी देवताओं के जगती में घंटी, धड़छ या निशान के साथ शामिल होने का निमंत्रण दिया था। भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह (Maheshwar Singh) ने कहा कि देवताओं ने आदेश दिए है कि ढालपुर मैदान में काहिका उत्सव का आयोजन किया जाए। साथ ही देवनीति में भी राजनीति ना करने के देवताओं ने आदेश दिए हैं।
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उन्होंने कहा कि देवता इस बात से नाराज है कि उनको दशहरा उत्सव में आने नहीं दिया गया। देव आदेश के बाद अब यह तय किया जाएगा कि काहिका का आयोजन कब करवाना है संभवतयः यह आयोजन दशहरा से पहले होगा। बिगड़े मौसम के बीच आज देव संसद हुई है। इस में भगवान कि कृपा रही। किसी को भी यहां आने में कष्ट नहीं हुआ। देवताओं को राजनीति से दूर रखा जाए तो यह बेहतर होगा।