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Food Waste Index Report 2024: भोजन फेंकने से पहले एक बार इसे जरूर पढ़े
Food Waste Index Report 2024: अगर आप प्लेट में खाना (Food) छोड़ देते हैं या फिर बचा हुआ खाना फेंक देते हैं तो ये खबर आप के लिए हैं। ये हम नहीं आंकड़े कह रहे हैं कि जितना खाना दुनिया एक दिन में फेंक देती है, उससे 100 करोड़ लोगों का पेट भर सकता है। इसलिए जरूरी ये है कि खाना थाली में छोड़ने से पहले या फिर फेंकने से पहले आप एक बार फिर सोच लें। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की अंतरराष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस से ठीक पहले जारी की गई नई रिपोर्ट ‘Food Waste Index Report 2024’ में यह बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक खाने योग्य करीब 20 फीसदी भोजन कचरे में फेंक दिया जाता है। जबकि 2022 से जुड़े आंकड़ों को देखें तो साल में करीब 105.2 करोड़ टन भोजन बर्बाद हो रहा है, जो हर साल प्रति व्यक्ति औसतन 132 किलोग्राम के बराबर है।
60 फीसदी भोजन घरों में बर्बाद हो रहा
रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर खाद्य पदार्थों (Food Items) की जो बर्बादी हो रही है उसका अधिकांश यानी 60 फीसदी घरों में बर्बाद (Waste) हो रहा है। यदि घर-परिवार में बर्बाद हो रहे इस भोजन की कुल मात्रा को देखें तो वो करीब 63.1 करोड़ टन है। चिंता जनक बात यह है कि जहां एक तरफ इस भोजन बरबाद हो रहा है वहीं वैश्विक स्तर पर पांच वर्ष से कम आयु के 15 करोड़ बच्चों का विकास (Development) इसलिए अवरुद्ध हो गया क्योंकि उनके आहार में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी है।
फसल उपज से लेकर बिक्री तक 13 फीसदी भोजन का नुकसान
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कुल भोजन का करीब 19 फीसदी हिस्सा फुटकर दुकानों, खाद्य सेवाओं और घर-परिवारों में बेकार हो रहा है। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) का अनुमान है कि फसल उपज से लेकर बिक्री तक, खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में करीब 13 फीसदी भोजन का नुकसान हो रहा है। देखा जाए तो यह वो बर्बादी है जिसे टाला जा सकता है। देखा जाए तो खाद्य उत्पादों की होती बर्बादी आज केवल संपन्न देशों तक ही सीमित नहीं है। निम्न और मध्यम आय वाले देशों में भी यह समस्या बढ़ रही है। आंकड़े इस बात की भी पुष्टि करते हैं कि उच्च-आय, ऊपरी-मध्य आय, और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में घर-परिवारों में होने वाली औसत खाद्य बर्बादी में, सालाना प्रति व्यक्ति केवल सात किलोग्राम का अन्तर है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भोजन की बर्बादी कम
दूसरी तरफ मध्यम आय वाले देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में भोजन की बर्बादी कम होती है। इसकी एक वजह वहां बची-खुची खाद्य सामग्री को फिर से इस्तेमाल में लाया जाना हो सकता है, क्योंकि इन खाद्य उत्पादों को मवेशियों के चारे या खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि इससे निपटने के लिए खाद्य पदार्थों की होती बर्बादी में कमी लाने के प्रयासों को मजबूत करना होगा। शहरों में सड़े हुए खाद्य पदार्थों का खाद के रूप में इस्तेमाल कचरे को कम करने में मददगार हो सकता है।
-नेशनल डेस्क