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कृषि सुधार बिल से किसानों को मिलेगा लाभ, विपक्ष निजी स्वार्थ के लिए कर रहे विरोध
Last Updated on September 23, 2020 by Vishal Rana
शिमला। केंद्र की मोदी सरकार कृषि सुधार बिल (Agricultural reform bill) लेकर आई है जिसे कांग्रेस (Congress) और किसान संगठन किसानों के विरूद्ध बता रहे हैं। जबकि बीजेपी (BJP) इस विधेयक को किसानों के हित में बता रही है। शिमला (Shimla) में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा (BJP chief spokesperson Randhir Sharma) ने कहा कि केंद्र द्वारा पारित किए बिल आने वाले समय में भारतीय किसानों की दशा और दिशा बदलने में सहायक होंगे। इससे आने वाले समय में किसानों की आय दोगुना होगी। उन्होंने कहा कि अब किसान जब चाहे जहां चाहे अपनी फसल को अपने दामों पर बेच सकता है। उसको अब एक ही मंडी में अपनी फसल बेचने की आवश्यकता नहीं है।
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कांग्रेस पार्टी ने हमेशा दलालों और बिचौलियों का साथ दिया है और आज मोदी सरकार ने इन बिचौलियों की भूमिका को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में किसान अपनी जमीन के फसल का कॉन्ट्रैक्ट साइन (Contract sign) करते हुए डरता था कि उसकी जमीन पर मालिकाना हक किसी और का ना हो जाए आज इस कॉन्ट्रैक्ट के कानून को मोदी सरकार ने मजबूती दी है और पारदर्शिता दी है आज जो व्यक्ति किसानों की जमीनों पर काम कर रहा है उसका मालिकाना हक कभी नहीं हो सकता। रणधीर शर्मा ने कहा कि पिछले कल 6 रबी की फसलों का समर्थन मूल्य तय किया गया है जिससे किसानों को लाभ मिलने वाला है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
रणधीर शर्मा ने विधेयक के समर्थन में शिमला में कहा कि कांग्रेस पार्टी किसान विरोधी है। संसद में किसान हितेषी विधेयक का विरोध करके कांग्रेस ने यह प्रमाणित कर दिया है। विरोधी दल तथ्यहीन तरीके से व्यर्थ में विरोध कर रहे हैं। सरकार किसानों के हित मे निर्णय ले रही है उससे विपक्ष बौखलाया है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि एपीएमसी समाप्त हो गई है पर ऐसा कुछ नहीं है एपीएमसी बिल्कुल समाप्त नहीं हुई। आज कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के सकारात्मक कार्यों से भयभीत हो गई है जिसके कारण उनकी वाणी पर भी संयम नहीं रहा है जिस प्रकार उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) पर टिप्पणी की है वह केवल अनुराग ठाकुर का अपमान नहीं पर देश की युवा शक्ति का अपमान है।