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#West_Bengal Attack के बाद बढ़ी कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा, बुलेट प्रूफ गाड़ी के साथ Z Security
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद सरकार बीजेपी नेताओं की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित है इसी के चलते बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा में इजाफा किया गया है। कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाकर Z श्रेणी (Z Security) कर दी गई है। इसी के साथ कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) को बुलेट प्रूफ गाड़ी भी मिलेगी।
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प.बंगाल में ममता बैनर्जी भाजपा नेताओं पर ईंट बरसा रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda पर भी हमले की साजिश रची गई! लेकिन, भाजपा की अपनी रीति-नीति है, हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते। हम ईंट का जवाब फूल से देंगे।
हमारा 'कमल' राज्य को नई पहचान देगा।#BengalSupportsBJP pic.twitter.com/HmzsGusTPe
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 12, 2020
गौर हो कि पश्चिम बंगाल में बीते दिनों बीजेपी अध्यक्ष जब जेपी नड्डा अपने दौरे पर गए थे तब उनके काफिले पर हमला किया गया था। इस हमले में जेपी नड्डा सुरक्षित रहे थे, लेकिन उनकी गाड़ियों पर पत्थर फेंके गए थे। इसी दिन कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर भी हमला हुआ था, जिसमें उनके हाथ पर चोट आई थी। कैलाश विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए बीजेपी के प्रभारी हैं और लगातार बंगाल में पार्टी की ओर से मोर्चा संभाले हुए हैं।
.@MamataOfficial की शह पर @WBPolice एक बार फिर झूठ बोल रही है। भाजपा अध्यक्ष श्री @JPNadda जी के काफिले पर सड़क के दोनों तरफ खड़ी भीड़ ने पथराव किया, उसमें पुलिस वाले भी खड़े थे। किसी ने भी हमलावरों को रोकने की कोशिश नहीं की।#MamataKillsDemocracy https://t.co/OpRQ0mNTQY pic.twitter.com/IJgZgVp5U1
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 10, 2020
पश्चिम बंगाल में (West Bengal) अगले साल विधानसभा चुनाव होना है और उससे पहले बीजेपी लगातार अपनी स्थिति को मजबूत करने में लगी है। जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले के बाद बीजेपी ने इसका आरोप टीएमसी पर लगाया और ममता सरकार पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े मंत्रियों ने ममता सरकार की आलोचना की। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी थी और इस मामले में तीन आईपीएस ऑफिसर को भी दिल्ली तलब किया गया था।