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केंद्रीय टीम ने कांगड़ा के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का लिया जायजा
कांगडा/ज्वाली(रविन्द्र चौधरी)। मॉनसून सीजन में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से (Flood And Landslide During Monsoon Season In Kangra) कांगड़ा जिले में हुए नुकसान का जायजा लेने केंद्र सरकार अंतरमंत्रालयीन टीम ने गुरुवार को ज्वाली, फतेहपुर तथा इंदौरा उपमंडल का दौरान किया। टीम की अगुवाई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार कर रहे थे। इस दौरान प्रदेश सरकार में विशेष सचिव एवं निदेशक राजस्व तथा आपदा प्रबंधन दुनी चंद राणा तथा उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल भी साथ रहे।
सबसे पहले केंद्रीय दल ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत न्यांगल तथा अनुही गांव में भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त मकानों का मौके पर जाकर निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया। टीम ने अनुही खास में सिद्धाथा नहर बैराज तथा क्षतिग्रस्त अन्य पेयजल योजनाओं का भी निरीक्षण किया। इसके पश्चात, केंद्रीय टीम ने इंदौरा तथा फतेहपुर उपमंडल में पौंग बांध (Pong Dam) से एकाएक अत्यधिक पानी छोड़ने की वजह से आई बाढ़ से प्रभावित जगहों का दौरा किया तथा प्रभावित परिवारों से बातचीत कर घटित घटनाक्रम तथा बाढ़ से उत्पन्न चुनौतियों बारे जानकारी ली।
चक्की पुल और इंदौरा में हुए नुकसान को भी देखा
केंद्रीय दल ने इंदौरा उपमंडल के तहत टांडा पत्तन, मंड म्यानी तथा मंड सनौर में बाढ़ से प्रभावित सिंचाई परियोजनाओं तथा किसानों की तबाह फसलों के नुकसान का जायजा किया। इसके पश्चात केंद्रीय दल ने फतेहपुर उपमंडल के तहत मंड बहादपुर, अनाज मंडी पुल का भी दौरा किया।
केंद्रीय दल ने पंजाब-हिमाचल को जोड़ने वाले चक्की पुल (Chakki Bridge) तथा इंदौरा उपमंडल के ढांगू माजरा में क्षतिग्रस्त सड़क का भी निरीक्षण किया। इससे पहले, सुबह केंद्रीय टीम के पहुंचने पर उपायुक्त ने बताया कि मॉनसून सीजन के दौरान जिला कांगड़ा में करीब 800 करोड़ रुपए की सरकारी तथा निजी संपत्ति का नुकसान हुआ है।
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