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हिमाचल: तेज रफ्तार कार के रौंदने से घायल 10 वर्षीय बच्चे ने पीजीआई में तोड़ा दम
ऊना। किसी एक का तेज गति से चलने का शौक दूसरे को जिंदगी भर का गम दे गया। जी हां बीते रोज तेज रफ्तार कार ने ऊना (Una) के अंबोटा गांव में सड़क किनारे खड़े 10 वर्षीय बच्चे कृष्णा को बुरी तरह से कुचल (Crushed) दिया था। आज कृष्णा ने अस्पताल में आज इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कृष्णा अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। उसका पीजीआई (PGI) में उपचार चल रहा था। जहां जख्मों का ताव ना सहते हुए कृष्णा की मौत हो गई। सोमवार को कृष्णा का चंडीगढ़ में ही पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया, लेकिन देर सायं तक शव घर नहीं पहुंच पाया था। वहीं इस मामले में घटना के बाद फरार सफेद रंग की कार (Car) और सवार का अभी तक पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
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बता दें कि रविवार सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर दस वर्षीय कृष्णा अपने पिता के साथ खेतों से लौट रहा था और सड़क किनारे खड़ा था। इसी दौरान गगरेट की ओर से आ रही एक एक तेज रफ्तार कार ने उसे बुरी तरह से रौंद डाला और कार चालक सारे मानवीय मूल्यों को तिलांजलि देते हुए कार सहित घटनास्थल से फरार हो गया। कार की गति इतनी थी कि प्रत्यक्षदर्शी भी उसका नंबर नहीं पढ़ पाए। हालांकि घायल कृष्णा को सिविल अस्पताल से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर किया गया और वहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर भेज दिया गया। जहां जख्मों के ताव को ना सहते हुए कृष्णा ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया।
कृष्णा के पिता रंजोध सिंह के पांव में बर्फ लगने से पैर खराब हो जाने के कारण वह घर पर ही हैं और थोड़ी बहुत खेतीबाड़ी कर गुजर बसर करते हैं। कृष्णा के दादा लकवे के शिकार हैं और बिस्तर पर ही हैं। घर के इकलौते चिराग की हुई यूं दर्दनाक मौत से परिवार बुरी तरह से टूट गया है। उधर, घटना के चौबीस घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस दुर्घटना में शामिल वाहन का कोई सुराग नहीं लगा पाई है। पुलिस थाना गगरेट के प्रभारी मनोज वालिया ने बताया कि दुर्घटना में शामिल अज्ञात कार का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पुलिस शीघ्र दुर्घटना में शामिल कार को ढूंढ निकालेगी।