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अब Mandi में Free Fire के चक्कर में बच्चे ने बैंक से लोन लिए 1.12 लाख रुपये लुटाए
मंडी। पब-जी (Pub-G) और फ्री फायर (Free Fire) जैसी ऑनलाइन गेम्स में बच्चे अपने माता-पिता की जीवन भर की कमाई लुटा रहे हैं। सोलन (Solan) में पब-जी गेम में अपने माता-पिता के 1.40 लाख रुपये लुटाने के बाद अब मंडी (Mandi) जिले में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। यहां भी एक बच्चे ने ऑनलाइन गेम फ्री फायर के चक्कर में 1.12 लाख रुपये लुटा दिए। जानकारी के अनुसार मामला मंडी जिले के धर्मपुर (Dharampur) उपमंडल का है। यहां सब-तहसील मंडप के चौकी गांव के एक बच्चे ने फ्री फायर खेलते 1.12 लाख रुपये खर्च कर दिए। बच्चे ने गेम खेलने के दौरान गैजेट्स और दूसरी सुविधाएं अनलॉक करने के लिए पिता ओमकार की 1.12 लाख की रकम खर्च कर दी।
पिता चंडीगढ़ में करते हैं जॉब
बच्चे के चाचा अनिल कुमार सकलानी ने बताया कि उनका भतीजा चंडीगढ़ (Chandigarh) में आठवीं में पढ़ता है। वह अक्सर ऑनलाइन गेम खेलता रहता है। मौजूदा समय में वह अपने गांव आया है। इस दौरान उसने फ्री फायर गेम में गैजेट्स और दूसरी सुविधाओं को अनलॉक (Unlock) करते हुए पिता के 1.12 लाख रुपये खर्च कर डाले हैं। अनिल ने बताया कि उनके भाई के दो बेटे हैं। छोटा बेटा लगातार फोन पर गेम खेलता रहता है। 30 जुलाई को वह फोन पर गेम खेल रहा था और इस बीच उसने गेम खेलते हुए पैसे खर्च कर डाले।
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घर बनाने के लिए लिया था लोन
बच्चे के पिता ओमकार सकलानी ने बताया कि वह चंड़ीगढ़ में एक होटल में नौकरी करते हैं और उन्होंने घर बनाने के लिए यह पैसा लोन के रूप में बैंक से लिया था। उन्होंने बताया कि वह पुलिस (Police) को शिकायत देंगे। साथ ही कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को ऑनलाइन गेम्स ना खेलने दें। मामले में किसी तरह धोखाधड़ी नहीं की गई है, लेकिन अनिल कुमार ने बताया कि वह पुलिस को मामले की जानकारी और शिकायत देंगे। अनिल कुमार ने आह्वान किया कि माता-पिता अपने बच्चों को जब फोन देते हैं तो उन पर नजर रखें। साथ ही ऑनलाइन गेम खेलने ना दें।क्या बोले एसपीमंडी के एसपी गुरदेव शर्मा (Mandi SP Gurdev Sharma) से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। अगर शिकायत आएगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखें कि वह फोन पर कौन सी गेम खेलते हैं। साथ ही ऑनलाइन लेन-देन पर माता-पिता बच्चों की गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें।