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भारतीय Soldiers संग हुए ‘हिंसक टकराव’ पर बोला चीनी विदेश मंत्रालय- हम और ज्यादा झड़प नहीं चाहते
Last Updated on June 17, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए हिंसक टकराव पर चीनी विदेश मंत्रालय (Chinese Foreign Ministry) का बयान सामने आ गया है। चीन (China) ने बुधवार को कहा कि वह भारत के साथ सीमा पर कोई और झड़प नहीं चाहता। बक़ौल चीन, दोनों देश बातचीत के ज़रिये स्थिति को हल करने की कोशिश कर रहे हैं। अपने बयान को स्पष्ट करते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि चीन को झड़प के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए और सीमा पर कुल मिलाकर स्थिति स्थिर और नियंत्रणीय है। चीन ने इस पूरे मामले में अपनी तरफ से खुद को पाक साफ बताते हुए तर्क दिया है कि हिंसा की यह घटना चीन के एलएसी वाले क्षेत्र में हुई है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी नहीं है।
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भारतीय सेना ने हमारी सीमा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों ही देश कूटनीतिक और सैन्य चैनलों से संपर्क में हैं। प्रवक्ता ने कहा कि गलवान घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन से संबंधित रही है। चीन नहीं चाहता है कि आगे किसी तरह भी की तरह की झड़प हो। चीन की तरफ से कहा गया है कि सीमा से जुड़े मुद्दों और हमारी कमांडर स्तर की वार्ता की सर्वसम्मति पर के बाद भी भारतीय सेना (Indian Army) ने सीमा पार की। भारतीय सेना ने हमारी सीमा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी इस बयान में आगे कहा गया है कि हम भारत (India) से अपने सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उकसावे वाली गतिविधि को एक बार में रोकने, चीन के साथ काम करने की सलाह देते हैं।
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चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर पर नहीं की टिप्पणी
चीन की तरफ से कहा गया है कि हम भारत को बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने के लिए सही रास्ते पर वापस आने के लिए कहते हैं। चीनी प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम राजनयिक और सैन्य अफसरों के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं। इसका सही और गलत होना बहुत स्पष्ट है। हिंसक झड़प की घटना एलएसी के चीनी पक्ष में हुई और चीन इसके लिए दोषी नहीं है। हम और हिंसक झड़प नहीं चाहते हैं। मामले का हल बातचीत के जरिए निकाला जा सकता है। बता दें कि इससे पहले भी मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत को ही इस हिंसक घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। वहीं चीनी प्रवक्ता ने चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।