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शिमला में #Christmas पर राज्यपाल दत्तात्रेय ने की प्रार्थना ,ऊना में लाइटों से सजा चर्च
हिमाचल अभी अभी। दुनियाभर में क्रिसमस( #Christmas) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। हालांकि इस त्योहार पर कोरोना का असर भी साफ दिखाई दे रहा है। प्रदेशभर के चर्च में यह त्योहार सादगी से और कोरोना के नियमों का पालन करते हुए मनाया गया। शिमला के क्रिसमस की बात करें तो यहां पर कई सारी पाबंदियों के बीच क्रिसमस (Christmas) मनाया। शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में भी क्राइस्ट चर्च में ईसाई धर्म के लोगों ने सुबह से ही प्रार्थना सभाओं में भाग लिया। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी क्राइस्ट चर्च जाकर प्रार्थना में भाग लिया और प्रदेश के लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी।
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राज्यपाल ने कहा कि क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए यीशु मसीह के प्रति श्रद्धा का दिन है। यीशु मसीह ने दुनिया को शांति एवं प्रेम से रहने का संदेश दिया था। मानव सेवा के लिए उन्होंने अपने प्राणों तक ही आहुति दे दी। केन्द्र की मोदी सरकार भी अल्पसंख्यकों के अधिकारों के संरक्षण का काम कर रही है। क्रिसमस सभी को शांति, प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाला पर्व है। नाइट कर्फ्यू के चलते रात को 12 बजे होने वाली विशेष पार्थना से लेकर अन्य कार्यक्रमों को स्थगित किया गया था। दिन में होने वाले कार्यक्रमों (Program) भी कटौती की गई है। रिज (Ridge)पर स्थित क्राइस्ट चर्च को बेहद आकर्षक तरीके से सजाया गया है। बिना मास्क के किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ अन्य सभी नियमों की पालना की जा रही है।
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ऊना की बात करें तो रात को घड़ी की सूई ने जैसे ही 12 बजाए, गिरजाघरों में विशेष पूजा -प्रार्थना शुरू हो गई। इसी मौके पर ऊना के संजोआन आश्रम चर्च को क्रिसमस के मौके पर रंग बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया । गिरजाघर परिसर में प्रभु यीशु के जन्म को दर्शाती हुई झांकियां भी लगाई गई हैं। जिनमें मरियम, प्रभु यीशु, गडरिये और स्वर्ग से आए दूत दिखाए गए हैं। उधर कुल्लू ज़िला मुख्यालय में क्रिसमस पर क्राइस्ट चर्च पड़ा सूना रहा। कोरोना के चलते इस बार क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाया गया। लोगों ने एक दूसरे घरों में जा कर बधाइयां दी।