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CM ने पूछा होता तो बताता अपनी पसंद, जो मिला है उसी में काम करूंगा: धर्माणी
संजू/शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री (Technical Education Minister) राजेश धर्माणी शुक्रवार को शिमला में कहा कि मंत्रियों का विभाग बांटना (Poirtfolio Distribution) सीएम का विशेषाधिकार होता है। सीएम ने उनसे उनके पसंदीदा विभाग को लेकर कोई बात नहीं की थी। यदि उन्होंने पूछा होता, तो वह इस बारे में बताते। धर्माणी ने कहा अब उन्हें जो विभाग मिला है, वह उसी में काम करेंगे।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इन दिनों राजेश धर्माणी को मनपसंद विभाग (Portfolio Of Choice) न दिए जाने की चर्चा जोरों पर है। धर्माणी ने कहा कि वह युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में प्रशिक्षित करने की दिशा में काम करेंगे। हिमाचल प्रदेश के युवाओं को इंडस्ट्री की जरूरत के मुताबिक ट्रेनिंग (Training) देने की जरूरत है।
चारों सीटों पर जीत का दावा
धर्माणी ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य की चारों सीट पर जीत का दावा किया। बीजेपी प्रचार-प्रसार पर ज्यादा ध्यान देती है। उसे हमेशा ही आरएसएस (RSS) का साथ मिलता है। आरएसएस अगर बीजेपी के साथ न दे, तो वह कुछ भी नहीं है। बीजेपी के सांसद तो पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) और गृह मंत्री अमित शाह से बात करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाते। केवल कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह ने ही हिमाचल प्रदेश की पैरवी केंद्र सरकार के सामने की।
हर गारंटी पूरी होगी
कांग्रेस की 10 गारंटियों (Guarantees) पर धर्माणी ने कहा कि हर गारंटी पूरी होगी। सबसे कठिन गारंटी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बहाली सबसे पहले की गई। राजीव गांधी स्टार्टअप योजना और हर विधानसभा में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की गारंटी पर काम हो रहा है। किसानों को दो रुपए प्रति किलो गोबर खरीदने और गाय-भैंस का दूध खरीदने का जो वादा किया गया है, उसे भी पूरा किया जाएगा।