- Advertisement -
लेखराज धरटा/ शिमला। हिमाचल में कंडक्टर भर्ती (Conductor Recruitment) लिखित परीक्षा का पेपर लीक मामले में परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर (Transport Minister Bikram Thakur) ने सीधे-सीधे हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग से सिर ठीकरा फोड़ दिया है। हिमाचल अभी अभी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग ने ये परीक्षा आयोजित नहीं करवाई है। इस मामले में जिन लोगों ने भी शरारत करने की कोशिश की है उन के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है, मामले की जांच चल रही है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही सरकार परीक्षा को लेकर कोई निर्णय लेगी। हमारे विभाग का इससे कोई लेना-देना नहीं है। इस मामले में सख्ती से कार्रवाई होगी, सरकार किसी भी तरह से कॉम्प्रोमाइज नहीं करेगी। मामले में जांच हो रही है उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन लेकर जाने पर रोक है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों को निर्देश दिए थे कि मोबाइल फोन बाहर रखें। गहनता से चेकिंग नहीं हुई थी। उन्होंने इसी का फायदा उठाया। उधर परीक्षा केंद्र अधीक्षकों की रिपोर्ट आज कर्मचारी चयन आयोग अध्यक्ष के समक्ष पेश की जाएगी। चयन आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर ने कहा कि मामलों की जांच की जाएगी। एक से अधिक लोगों को प्रश्नपत्र सोशल मीडिया से भेजा है तो आयोग पुलिस और परीक्षा ले रहे स्टाफ की रिपोर्ट पर कोई फैसला लेगा। फिलहाल भर्ती परीक्षा रद्द नहीं होगी। आयोग के अध्यक्ष ब्रिगेडियर सतीश कुमार ने कहा कि परीक्षा रद होने का कोई औचित्य नहीं है। पुलिस हर पहलु से मामले की जांच कर रही है, आयोग पूरा सहयोग करेगा।
रविवार को आयोजित परीक्षा में प्रदेश के चार परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं। शिमला और शाहपुर सेंटरों से दो अभ्यर्थियों ने अपने मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर बाहर भेज दिए। हालांकि, बताया जा रहा है कि शाहपुर में बाहर आया प्रश्न पत्र ही सोशल मीडिया में वायरल हुआ। गड़बड़ी के आए मामलों में कांगड़ा जिले के शाहपुर में निजी संस्थान में बने केंद्र में परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई। इस दौरान अभ्यर्थी मनोज निवासी भोलका (जवाली) केंद्र में मोबाइल फोन लेकर पहुंच गया। उसने 10:22 मिनट पर प्रश्नपत्र को फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। फोटो दिन भर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा। शुरुआत में वायरल प्रश्नपत्र शिमला के परीक्षा केंद्र का बताया जा रहा था, लेकिन जांच में वायरल हुआ प्रश्नपत्र शाहपुर के परीक्षा केंद्र से लीक हुआ थआ। धर्मशाला के डीएसपी हेडक्वार्टर बलदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस ने आरोपित अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है।
शिमला के एपी गोयल विवि सेंटर में एक अभ्यर्थी मोबाइल सहित परीक्षा केंद्र पहुंचा। परीक्षा शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद उसने मोबाइल से प्रश्नपत्र का फोटो खींचा और बाहर बैठे अपने भाई के मोबाइल पर भेज दिया। पुलिस के मुताबिक परीक्षा की सीरीज बी का पेज नंबर 19 और अन्य पेज के फोटो बाहर भेजे। केंद्र अधीक्षक ने अभ्यर्थी का फोन जब्त कर आयोग को सूचना दी।जितनी देर में आरोपी को पकड़ा जाता, वह भाग निकला। हालांकि बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया। चयन आयोग ने सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपी पर तीन साल के लिए किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अन्य मामले में सोलन के निजी स्कूल गुरुकुल में बनाए परीक्षा केंद्र में भी एक अभ्यर्थी मोबाइल फोन के साथ पकड़ा गया।ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने उसका फोन जब्त कर उसे परीक्षा के लिए अयोग्य करार दे दिया। उसके फोन की जांच की तो उसमें प्रश्न पत्र की फोटो पाई गई। परीक्षा समाप्त होने के बाद उसे परीक्षा केंद्र से बाहर किया गया। हालांकि उसने प्रश्न पत्र को किसी से शेयर नहीं किया था।
मंडी जिले के सुंदरनगर में परीक्षा दे रहे अभ्यर्थी के एडमिट कार्ड में फोटो और हस्ताक्षर संबंधित अभ्यर्थी का ही था, लेकिन नाम किसी और का था।अभ्यर्थी ने केंद्र अधीक्षक को बताया कि एडमिट कार्ड पर उसके भाई का नाम है, जो जोगिंद्रनगर में परीक्षा दे रहा है। आयोग सचिव ने बताया कि अभ्यर्थी ने परीक्षा देने से इनकार कर दिया। परीक्षा न देने के बारे में अभ्यर्थी से लिखित में लिया जाएगा। हालांकि अभ्यर्थी को परीक्षा देने से पहले एडमिट कार्ड जांचना चाहिए था। अभ्यर्थी ने जिस साइबर कैफे में ऑनलाइन आवेदन किया था, वहां भी गलती की आशंका हो सकती है। एसडीएम सुंदरनगर से भी रिपोर्ट मांगी गई है।
- Advertisement -