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IGMC में बॉबी के लंगर पर कार्रवाई का विरोध, रिज पर कांग्रेस, तीमारदारों ने दिया मौन धरना
शिमला। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (IGMC) में सालों से चल रहे निशुल्क लंगर को बंद करने का विरोध शुरू हो गया है। सरबजीत सिंह उर्फ बॉबी (Sarabjit Singh / Bobby) द्वारा चलाए जा रहे लंगर को बंद करने पर कांग्रेस सहित मरीजों के तीमारदार और स्थानीय लोग भड़क गए हैं। लोगों ने आज अपना गुस्सा रिज पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मौन धरना देकर निकाला। बता दें कि बीते रोज ही आईजीएमसी प्रशासन ने कैंसर अस्पताल के समीप चल रहे लंगर (Langar) को पुलिस की मदद से हटा दिया है। जिसके विरोध में लोग समाजसेवी सरबजीत सिंह उर्फ बॉबी के पक्ष में खड़े हो गए हैं।
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रविवार को सरबजीत सिंह के समर्थन में शिमला ग्रामीण हल्के के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह, पूर्व उपमहापौर हरीश जनार्था और कई तीमारदारों ने रिज स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया और प्रशासन की कार्रवाई का विरोध जताया। विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने कहा कि सरबजीत सिंह बॉबी 2014 से आईजीएमसी में लंगर लगा कर लोगों को मुफ्त खाना खिला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरबजीत सिंह द्वारा किए जा रहे नेक कार्य अब राजनीति (Politics) की भेंट चढ़ रहे हैं। किस के दबाव में ये कार्रवाई की गई है। इसका जबाब सरकार ही दे सकती है। यदि लंगर वाली जगह बिजली पानी वहां अवैध रूप से लगाई गई है, तो मामला बैठकर भी समझाया जा सकता था। लंगर सभी लोगों के लिए लगाया गया हैए इसमें इस तरह से पुलिस की कार्रवाई अपने आप में एक सवाल खड़ा करती है। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि एसपी शिमला (SP Shimla) को ऐसे संवेदनशील मामलों में गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए थी। एक अच्छे कार्य करने वाले कि सराहना करने के बजाए उनके मनोबल को तोड़ना समझ से परे है।
वहीं हरीश जनार्था ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है। आईजीएमसी प्रशासन का यह कहना कि सरकार के दबाव में कार्रवाई की गई है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। आईजीएमसी आने वालों को निशुल्क सुविधा देने वाले समाजसेवी के साथ इस तरह नहीं किया जाना चाहिए। वहीं धरने में शामिल सिरमौर जिला के एक नौजवान ने सरकार से सवाल किया कि क्या किसी गरीब को दो दिन की रोटी देना अवैध हैए क्या सुविधा देना अवैध है। एक करीब बिना किसी तैयारी के साथ आईजीएमसी आता है तो एक आस के साथ आता है और वो आस है सर्वजीत सिंह बाबी का लंगर। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में लंगर का पहले की तरह संचालन होना चाहिए।
इसी तरह से मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने कहा कि इस लंगर में महामहीम राज्यपाल से लेकर पूर्व सीएम स्व वीरभद्र सिंह सेवा करते नजर आए। मुझे भी कई बार यहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ! अब वह ऐसी मजबूरियां हैंए जिनके चलतेए बीजेपी सरकार ने इसे अवैध घोषित कर दिया हैघ् कार्रवाई संवेदनहीनता का एक दुखद परिचय है।
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