-
Advertisement
कांग्रेस का सीधा आरोप: केंद्र ने Bank Loan डिफाल्टर्स का 68,607 करोड़ का कर्ज माफ किया
नई दिल्ली। भारत में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच देश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के ऊपर एक बड़ा आरोप लगाते हुए निशाना साधा है। दरअसल, कांग्रेस ने मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से मिले आरटीआई (RTI) के जवाब का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या समेत 50 शीर्ष बैंक लोन डिफाल्टर्स (Bank loan defaulters) के 68,607 करोड़ रुपए का बैंक लोन माफ करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने सरकार द्वारा 2014 से सितंबर 2019 तक 6.66 लाख करोड़ रूपए के कर्ज माफ किए जाने की भी बात कही है। इस मसले पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी को इस मामले पर देश को जवाब देना चाहिए।
यह भी पढ़ें: भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला आया सामने, पॉज़िटिव पाया गया केरल का छात्र
बैंक लुटेरों द्वारा पैसा लूटो-विदेश जाओ-लोन माफ कराओ ट्रैवल एजेंसी का पर्दाफाश!
भगोड़ो का साथ-भगोड़ो का लोन माफ बना है BJP सरकार का मूलमंत्र
लघु उद्योग,दुकानदारी,व्यवसाय ठप्प हो गए,
पर इसके बावजूद मोदी सरकार द्वारा बैंक डिफॉल्टरों को ₹68,607Cr की माफी दी जा रही हैहमारा बयान: pic.twitter.com/j7CyKVUTqx
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 28, 2020
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक लुटेरों द्वारा पैसा लूटो-विदेश जाओ-लोन माफ कराओ ट्रेवल एजेंसी का पर्दाफाश हो गया है। भगोड़ों का साथ-भगोड़ों का लोन माफ बीजेपी सरकार का मूलमंत्र बन गया है। उन्होंने कहा कि 16 मार्च, 2020 को संसद में राहुल गांधी ने देश के सबसे बड़े 50 बैंक घोटालेबाजों के नाम मोदी सरकार से पूछे। वित्तमंत्री और सरकार ने षड्यंत्रकारी चुप्पी साधकर ये नाम जगजाहिर करने से इंकार कर दिया। सुरजेवाला के मुताबिक गत 24 अप्रैल को आरटीआई के जवाब में रिजर्व बैंक ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए 50 सबसे बड़े बैंक घोटालेबाजों का 68,607 करोड़ रुपया माफ करने की बात स्वीकार की। इनमें भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी भी शामिल है।
संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए।
वित्तमंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया।
अब RBI ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के ‘मित्रों’ के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं।
इसीलिए संसद में इस सच को छुपाया गया। pic.twitter.com/xVAkxrxyVM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2020
उन्होंने कहा कि पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है। रोजी-रोटी की मार के चलते देश के करोड़ों मजदूरों को शहर से गांव पलायन करना पड़ा है। सीएमआईई के मुताबिक 14 करोड़ से अधिक लोग रोजगार से हाथ धो बैठे हैं। 1.13 करोड़ फौजी जवानों, सैन्य पेंशनभोगियों व सरकारी कर्मचारियों का 37,530 करोड़ रुपए का महंगाई भत्ता मोदी सरकार ने काट लिया है। सुरजेवाला ने कहा कि लघु उद्योग, दुकानदारी और व्यवसाय ठप हो गए हैं, पर शर्म की बात है कि इसके बावजूद मोदी सरकार द्वारा बैंक चूककर्ताओं को 68,607 करोड़ रुपए की माफी दी जा रही है। इससे मोदी सरकार की जनधन गबन योजना का पर्दाफाश हुआ है।
उन्होंने यह दावा भी किया कि मोदी सरकार ने 2014-15 से 2019-20 के दौरान बैंक घोटालेबाजों का 6,66,000 करोड़ रुपए छोड़ दिया। उनके मुताबिक इसमें भी 2014-15 से सितंबर 2019 तक 100 करोड़ रुपए से अधिक कर्ज लेने वाले बैंक घोटालेबाजों का 5,10,014 करोड़ रुपए का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी मौन नहीं रह सकते और उन्हें देश को जवाब देना चाहिए।