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JOA ITअभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे, राणा और सुधीर-बोले- सदन में आवाज उठाएंगे
JOA IT:शिमला। एक तरफ जहां विधानसभा( Vidhansabha) के अंदर बजट पर चर्चा जारी है वहीं चौड़ा मैदान में JOA IT अभ्यर्थी लगातार धरने पर हैं। परीक्षा परिणाम घोषित (Exam results declared) करने को लेकर मांग कर रहे JOAIT अभ्यर्थी बारिश और कड़ाके की ठंड में हड़ताल पर बैठे हुए हैं। आज सरकार से नाराज चल रहे सत्ता पक्ष यानी कांग्रेस के दो विधायक इन अभ्यर्थियों से मिलने पहुंच गए। ये दो विधायक है पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक सुधीर शर्मा (Sudhir Sharma)और सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा (Rajendra Rana)। चौड़ा मैदान पहुंचे दोनों विधायकों ने उनका हाल जाना और अभ्यर्थियों के मामले को सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। पहले भी सुधीर शर्मा और राजेन्द्र राणा सरकार से इनका परिणाम घोषित करने की मांग उठा चुके है। राजेन्द्र राणा ने तो एक खुला पत्र सीएम सुक्खू को लिखा था। वही आज धरना स्थल पर जा कर दोनों ही विधायकों ने इनका दर्द जाना और सदन के अंदर इस मामले को उठाने का आश्वासन दिया। यही नही दोनों विधायकों ने अभ्यर्थियों की मदद भी की ओर सुधीर शर्मा ने पर्स में रखे सब पैसे डोनेशन बॉक्स में डाल दिए
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बेरोजगार लाए हैं कांग्रेस को सत्ता में
सुधीर शर्मा ने कहा कि उन्होंने JOA IT अभ्यर्थियों का मुद्दा सदन में उठाने का आश्वासन दिया है। बेरोजगारी(Unemployment) प्रदेश में विकराल समस्या है। यह समस्या अभी भी बनी हुई है। प्रदेश के बेरोजगारों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट करके उसे सत्ता में लाया। इन अभ्यर्थियों को न्याय मिलना चाहिए। वह पहले भी अभ्यर्थियों का मामला उठाते आए हैं। इस दौरान उन्होंने राजेंद्र राणा के पत्र का भी जिक्र किया। सुधीर शर्मा ने कहा कि वे इस मामले को सदन उठाएंगे जिसके बाद वास्तव स्थिति का पता चलेगा।
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अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे
वहीं कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि अभ्यर्थियों ने अपनी स्थिति के बारे में उन्हें बताया और उच्चतम न्यायालय की जजमेंट कॉपी दी है उन्होंने कहा की लोकतंत्र में अपनी बात उठाने का हक हर किसी को है और अभ्यर्थी भी आंदोलन कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि होने के नाते अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाना उनका दायित्व है। वह पहले भी अभ्यर्थियों की आवाज उठाते रहे हैं और आगे भी आवाज उठाते रहेंगे उन्होंने कहा कि इस मामले को सदन में उठाएंगे और इन अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।