-
Advertisement
हिमाचल में अब गायें केवल बछड़ियों को देंगी जन्म, उत्तराखंड से मंगवाए तीन लाख ट्यूब सीमन
सोलन। हिमाचल में अब बैलों की प्रजाति विलुप्त हो जाएगी। इसका एक बड़ा कारण हिमाचल (Himachal) में गौवंस अब बछड़ों को जन्म ही नहीं देंगी। वह केवल बछड़ियों (Female Calves) को ही जन्म देंगी। जिससे हिमाचल में लोगों को और आने वाली पीढ़ियों के लिए बैल देखने को भी नहीं मिलेंगे। इसका मुख्य कारण उत्तराखंड में सेक्स सॉर्टिड सीमन योजना का सफल परीक्षण है। इस सफल परीक्षण के बाद अब हिमाचल प्रदेश सरकार उत्तराखंड (Uttarakhand) से तीन लाख ट्यूब सीमन (Tube Semen) मंगवाकर एक माह के भीतर हर जिले में पशुपालकों को वितरित करेगी।
यह भी पढ़ें: चारा घोटाले के पांचवें मामले में लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा और 60 लाख जुर्माना
बता दें हिमाचल की सड़कों पर लावारिस घूम रहे पशुओं से निजात पाने के चलते ही यह फैसला किया है। बता दें कि वर्तमान में 16 हजार पशु अभी भी सड़कों पर लावारिस घूम रहे हैं। यह योजना इस दिशा में भी कारगर साबित होगी, वहीं गायों की नस्ल में भी सुधार होगा। हिमाचल प्रदेश गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने दावा किया है कि सेक्स सॉर्टिड सीमन (Sex Sorted Semen) के जरिये अब पशुपालक गाय से सिर्फ बछड़ी प्राप्त कर सकेंगे। इस योजना का ट्रायल उत्तराखंड में सफल रहा है और 422 गायों पर यह प्रशिक्षण किया गया था। 92 फीसदी गायों ने बछड़ियों को जन्म दिया है। इस तरीके से पैदा हुई बछियां दूध भी अन्य गायों से अधिक देंगी।
नस्ल सुधार के लिए टीके उपलब्ध
सरकार ने नस्ल सुधार करने के लिए भी योजना बनाई है। इसके तहत अब पशुपालक थार, पारकर, गिर, रेड सिंधी व साईवाल प्रजाति के टीके गायों को लगा सकते हैं। इसके लिए विभाग ने यह टीके सभी जिलों में पशुपालन विभाग को उपलब्ध करा दिए हैं।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group…
हिमाचल और देश-दुनिया के ताजा अपडेट के लिए like करे हिमाचल अभी अभी का facebook page