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नई खनन नीति के खिलाफ ऊना क्रशर एसोसिएशन की Strike,बंद रहा कारोबार
Last Updated on March 1, 2020 by Deepak
ऊना। हिमाचल सरकार द्वारा खनन (Mining) और खनन सामग्री की ढुलाई को लेकर जारी किए गए नए नियमों के खिलाफ ऊना में क्रशर और खुली लीज होल्डर रविवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल (Strike) पर चले गए हैं। ऊना क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल के आह्वान पर जिला ऊना में 44 क्रशरों और खुले पट्टों पर आज पूर्ण रूप से कारोबार बंद रहा। क्रशर एसोसिएशन ने सरकार से नई खनन नीति को वापिस लेने की मांग उठाई है।
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प्रदेश सरकार द्वारा खनन की नई नीति (New mining policy) को लेकर क्रशर एसोसिएशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। रविवार को जिला ऊना के 44 क्रशरों सहित 91 लीज पर पूरी तरह कारोबार बंद रहा। एसोसिएशन ने कहा कि जब तक प्रदेश सरकार खनन को लेकर बनाई गई नई पॉलिसी के निर्णय को वापिस नहीं लेती है, तब तक क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल जारी रहेगी।
इस दौरान किसी भी निर्माण कार्य में सहयोग नहीं किया जाएगा। ऊना क्रशर एसोसिएशन के चेयरमैन डिंपल ठाकुर ने कहा कि क्रशर इंडस्ट्री के बंद होने से प्रदेश सरकार को 12 करोड़ का नुक्सान होगा। साथ ही सैंकड़ों लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिला ऊना में ही सबसे ज्यादा कानूनी लीज है। प्रदेश सरकार की नई खनन नीति से पूरे हिमाचल में असर पड़ेगा। खासकर एम्स के साथ-साथ जिला के मिनी सचिवालय और अन्य विकास कार्य ठप्प हो जाएंगे।
डिंपल ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग सरकार को गुमराह कर रहे हैं, जिसके तहत ऐसे फैसले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि क्रशर एसोसिएशन का प्रदेश के विकास में सबसे बड़ा सहयोग है, जबकि उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार हो रहा है। राजनीतिक हितों के लिए क्रशर मालिकों और लीज होल्डरों के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।
क्रशर एसोसिएशन की हड़ताल को लेकर पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि खनन की नई नीति को लेकर भ्रम की स्थिति नहीं है। कंवर ने कहा कि उद्योग मंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि विभाग इस पॉलिसी पर विचार करेगा और इसे तर्कसंगत बनाया जाएगा।