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कांगड़ा सहकारी बैंक को साइबर ठग ने लगाया 8 करोड़ का चूना, 3 दिन में उड़ाई रकम
अक्सर बैंकों की तरफ से ग्राहकों को हर तरह के साइबर क्राइम (Cyber Crime) से बचने के लिए अवेयर किया जाता है। हाल ही में ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। इस बार जालसाजों ने किसी खाताधारक को नहीं बल्कि एक बैंक को करोड़ों रुपए का चूना लगा दिया है।
बता दें कि साइबर क्रिमिनल ने कांगड़ा सहकारी बैंक (Kangra Cooperative Bank) को चूना लगाया है। कांगड़ा सहकारी बैंक द्वारा पुलिस में दर्ज करवाई गई एफआईआर के अनुसार, जालसाजों ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास कांगड़ा सहकारी बैंक के चालू खाते से 7.79 करोड़ रुपए निकाले हैं।
अलग-अलग लेनदेन में पैसा हुआ गायब
जानकारी के अनुसार, सहकारी बैंक के साथ ये धोखाधड़ी लगातार तीन दिन के दौरान अलग-अलग लेनदेन में हुई है। हालांकि, बैंक की वित्तीय निगरानी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा की जाती है और इस बैंक का चालू खाता भी आरबीआई के पास ही है। पहली बार 19 अप्रैल, 2023 को बैंक से राशि निकाली गई।
नहीं लगा पाए पता
बैंक के साथ हुई इस धोखाधड़ी (Fraud) को लेकर शीर्ष अधिकारी अंधेरे में हैं। कोई भी अधिकारी ये पता नहीं लगा पाया है कि आखिर पैसा निकाला किसने हैं। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि वे उन खातों की पहचान कर सकते हैं, जिनमें ये पूरी राशि ट्रांसफर हुई है।
एफआईआर की गई दर्ज
इस मामले में कांगड़ा सहकारी बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक सहदेव सांगवान ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की, जिसके आधार पर मई के पहले हफ्ते में एफआईआर दर्ज की गई। फिलहाल, पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
आरबीआई के पास चालू खाता
सांगवान ने पुलिस को बताया कि कांगड़ा बैंक ग्राहकों के लिए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट, नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस, चेक ट्रंकेटेड सिस्टम जैसे बैंकिंग लेनदेन के लिए आरबीआई के पास चालू खाता रखता है।
कर रखी है अपील
बताया जा रहा है कि कांगड़ा बैंक मे सेंट्रल बैंक से चालू खाते से रोजाना 4 करोड़ रुपए निपटान खाते में ट्रांसफर करने की एक स्थायी अपील कर रखी है ताकि वे अपने ग्राहकों को आरटीजीएस और एनएसीएच लेनदेन की पेशकश कर सके।
रोजाना करते हैं मिलान
वहीं, रोजाना दिन के अंत में या अगले दिन की शुरुआत में आरबीआई पूरे दिन के लिए निपटान खाते में होने वाले सभी लेनदेन के विवरण के साथ बैंक को एक ईमेल भेजता है। जिसके बाद कांगड़ा सहकारी बैंक के अधिकारी इसका मिलान करते हैं।
लगा कुछ असामान्य
बताया जा रहा है कि शेष राशि निपटान खाते से वापस चालू खाते में चली जाती है। अधिकारियों का कहना है कि 20 अप्रैल, 2023 को जब आरबीआई ने निपटान खाते में 19 अप्रैल, 2023 को किए गए सभी लेन-देन के लिए विवरण भेजा तो उन्हें कुछ असामान्य लगा।
सभी को किया सूचित
कांगड़ा बैंक के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने पाया कि निपटान खाते से 3.14 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि में काफी कम चालू खाते में स्थानांतरित हुई है। इसके बाद अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया, लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
नहीं रुका सिलसिला
बैंक ने बताया कि ये सिलसिला यहीं नहीं रुका। अगले दो दिन में चालू खाते को 2.40 करोड़ रुपए और 2.23 करोड़ रुपए निपटान खाते में कम मिले। उन्होंने बताया कि बैंक के साथ तीन दिन में करीब 7.79 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है।
साइबर हैकिंग का मामला
सांगवान ने कहा कि कांगड़ा बैंक ने रिजर्व बैंक के संबंधित विभाग को इस धोखाधड़ी की जानकारी दी। उन्होंने बैंक को ये भी बताया कि ये राशि किन अन्य खातों में ट्रांसफर हुई है। हालांकि, राशि निकालने वाले व्यक्ति का पता नहीं चल पाया है। वहीं, दिल्ली पुलिस इसे साइबर हैकिंग मामला मान रही है।