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मातमी चित्कारों से दहला ऊना, लाडलों को देख फूट-फूट कर रोए परिजन
Last Updated on August 2, 2022 by Vishal Rana
ऊना। गोविंद सागर झील में 7 युवकों (seven youths) की डूबने के चलती हुई मौत की घटना के बाद सभी शवों को रीजनल अस्पताल लाया गया। वहीं मंगलवार को बेहद गमगीन माहौल के बीच इन युवकों के पोस्टमार्टम करने के बाद शवों को बारिसों के सुपुर्द किया गया। सुबह सवेरे ही मृतकों के परिजन शव को ले जाने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे, जिसके चलते शवों को देखते ही तमाम मृतकों के परिजन और रिश्तेदार अस्पताल परिसर में फूट-फूटकर रोते देखे गए। अस्पताल में बेहद गमगीन माहौल के बीच मातमी चीत्कार हर किसी का दिल जला रही थी। सभी शवों को पंजाब के मोहाली जिला के बनूड़ ले जाने के लिए पंजाब प्रशासन की तरफ से 7 एंबुलेंस भेजी गई थीं। वही पोस्टमार्टम के दौरान ही सभी मृतक युवकों के परिजनों को जिला प्रशासन की तरफ से तहसीलदार बंगाणा ने फौरी राहत राशि प्रदान की। मृतकों के परिजनों के साथ साथ कस्बा बनूड़ के वार्ड 11 के पार्षद भजन लाल नंदा भी तमाम लोगों के साथ शवों को ले जाने के लिए पहुंचे थे। दूसरी तरफ इस सनसनीखेज घटना के बाद जिला प्रशासन द्वारा किसी भी व्यक्ति के गोविंद सागर झील (Gobind Sagar Lake) में उतरने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। डीसी राघव शर्मा ने इस संबंध में आदेश पारित कर दिए हैं। वही पोस्टमार्टम के दौरान ही सभी मृतक युवकों के परिजनों को जिला प्रशासन की तरफ से तहसीलदार बंगाणा ने फौरी राहत राशि प्रदान की। मृतकों के परिजनों के साथ साथ कस्बा बनूड़ के वार्ड 11 के पार्षद भजन लाल नंदा भी तमाम लोगों के साथ शवों को ले जाने के लिए पहुंचे थे।
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गौरतलब है कि गोविंद सागर झील में हुई घटना के दौरान जान गवाने वाले सभी युवा बनूड़ के वार्ड 11 के रहने वाले बताए गए हैं। पार्षद भजन लाल नंदा ने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक उनके वार्ड के करीब 11 युवक पीर निगाह में माथा टेकने के बाद बाबा बालक नाथ जाने के लिए गोविंद सागर झील के किनारे मोटर वोट से झील पार्क करने का प्रयास में थे। इसी दौरान कुछ युवक नाविक से बात करने के लिए गए थे। वही झील के किनारे खड़े युवकों में से एक युवक का पैर फिसलने से वह गोविंद सागर झील में गिरा और उसी को बचाने के चक्कर में चेन बनाकर गोविंद सागर झील में उतर 6 अन्य युवक भी अपनी जान गंवा बैठे। हालांकि सोनू नाम का 8वां युवक जो झील में उतरा था उसे साथ के अन्य युवकों ने कड़ी मशक्कत से बचा लिया है। बनूड़ से ही मृतक युवकों के शव ले जाने के लिए पहुंचे उनके पड़ोसी कृष्ण कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही बनूड़ में माहौल बेहद गमगीन है। ना केवल मृतकों के घरों में अपितु पूरे शहर में इस घटना के बाद से लोग मातम में हैं।
बुजुर्ग का छिन गया आखिरी सहारा
हादसे में जान गंवाने वाले युवक विशाल कुमार के पिता राजकुमार ने बताया कि वह इससे पहले अपने चार बच्चों को खो चुके हैं वहीं केवल मात्र विशाल कुमार ही उनके बुढ़ापे का सहारा था, लेकिन इस दुखद घटना में उनका अंतिम सहारा भी छिन गया है। भावुक हुए राजकुमार बेटे की मौत के गम में अस्पताल परिसर में यहां-वहां रोते हुए घूम रहे थे जिन्हें देखकर हर किसी का मन विचलित हो रहा था।
हादसे की होगी जांच
वहीं हादसे के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। डीसी ऊना शर्मा ने गोविंद सागर झील में सात लोगों की डूब कर मृत्यु होने के हादसे की जांच के लिए अतिरिक्त दंडाधिकारी ऊना को जांच अधिकारी लगाया है। डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि एडीएम संबंधित पक्षों को जांच में शामिल करेंगे और उन्हें इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए भी एडीएम को उपाय सुझाने को भी कहा गया है। साथ ही जिला दंडाधिकारी राघव शर्मा ने कहा कि आपदा प्रबंधन कानून-2005 की धारा 33 व 34 के तहत आगामी आदेशों तक अंदरौली में झील के किनारों पर किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा इन आदेशों की अनुपालना के लिए एसपी ऊना को पर्याप्त सुरक्षा बल सही स्थानों पर तैनात करने के आदेश दिए गए हैं।
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