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Himachal: नर्सिंग कॉलेजों में परीक्षाओं को लेकर फैसला 15 के बाद, और क्या- जानिए
शिमला। हिमाचल में नर्सिंग कॉलेज (Nursing Colleges) की परीक्षाओं का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां एचपीयू (HPU) ने बीएससी नर्सिंग की परीक्षाएं (Exam) करवाने की कवायद शुरू कर दी है। वहीं, प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की छात्राएं प्रमोट करने की मांग कर रही हैं। इसी मांग को लेकर आज नर्सिंग छात्राओं ने एसएफआई (SFI) की राज्य कमेटी के बैनर तेल सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। स्वास्थ्य सचिव को अपनी मांग से अवगत करवाया। स्वास्थ्य सचिव (Health Secretary) ने नर्सिंग छात्राओं की मांगें सुनने के बाद कहा कि 15 नवंबर तक किसी भी प्रकार के प्रैक्टिकल और परीक्षाएं नहीं ली जाएंगी। इस पर 15 नवंबर के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। साथ ही प्रमोशन को लेकर अगले एक सप्ताह के अंदर चिकित्सक शिक्षा विभाग फैसला लेगा।
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प्रदर्शन में छात्राओं ने हॉस्टल व मिसलेनियस चार्ज के नाम फीस वसूली बंद करने आदि की मांग की है। छात्राओं का कहना है कि कोरोना (Corona) संकट में छात्रावास बंद थे। इसके बावजूद 70 हजार के करीब हॉस्टल, मेस और परिवहन के नाम पर फीस ली जा रही है। एसएफआई के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने छात्राओं को प्रमोट करने की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल (Himachal) में 32 के करीब निजी और सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं। इसमें हजारों छात्राएं पढ़ रही हैं। इंडियन नर्सिंग काउंसिल (Indian Nursing Council) ने भी राज्यों को फाइनल एयर को छोड़कर बाकी छात्राओं को प्रमोट करने की बात कही है। इसके बाद बावजूद ऐसा नहीं किया जा रहा है। एफएफआई का कहना है कि 15 नवंबर तक मांगों पर अमल नहीं किया तो आंदोलन उग्र होगा। 20 नवंबर को सीएम आवास का भी घेराव किया जा सकता है।
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