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साइबर क्राइम से निपटने को Investigation Officers के लिए नया मैनुअल तैयार
Last Updated on February 13, 2020 by Deepak
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने साइबर क्राइम (Cyber Crime) से निपटने के लिए अन्वेषण अधिकारियों (Investigation Officers) के लिए एक नया मैनुअल (Manual) तैयार किया है, जिससे जांच में बड़ी मदद मिलेगी। आधुनिक युग में अन्वेषण के तरीके भी बदले हैं, जिससे जल्द जांच का काम पूरा हो सकता है। यह खुलासा गुरुवार को धर्मशाला में प्रदेश पुलिस प्रमुख एसआर मरड़ी ने प्रेसवार्ता के दौरान किया। उन्होंने कहा कि अगर जांच के बाद अपराधियों को सजा मिले तो लोगों में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा। कानून सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है और पुलिस जांच की सुशासन में महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
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उन्होंने कहा कि नया मैनुअल (Manual) जांच अधिकारियों (Investigation Officers) के ज्ञान और कौशल में वृद्धि करेगा, जिससे जांच प्रक्रिया का अच्छे से पालन किया जा सके। देशभर में साइबर अपराध तेज़ी से बढ़ रहे हैं। अपराधी साइबर क्राइम (Cyber Crime) के नए नए तरीक़े ढूंढ़ रहे हैं. सबसे बड़ी समस्या हैकिंग की है, जिसके चलते लाखों लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। इसे रोकने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया और पुलिस साइबर अपराध को रोकने की दिशा में बेहतर काम कर सकते हैं।
पुलिस प्रमुख एसआर मरड़ी ने कहा कि हिमाचल सहित देश भर में लगातार सामने आ रही महिला उत्पीड़न की घटनाओं के लिए वैसे तो छोटे-बड़े कई कारण जिम्मेदार हैं, लेकिन जानकार इसके लिए इंटरनेट (Internet) पर सैकड़ों पॉर्न साइट्स एवं सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो और वीडियो उपलब्ध हैं, जिनमें उम्र की कोई मर्यादा भी नहीं है। रेप सहित अन्य घटनाओं में वृद्धि इन्हीं साइट्स के कारण है। हिमाचल पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ ऐसी साइट्स पर नज़र रखे हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिली सूचनाओं के आधार पर मामले भी दर्ज किए गए हैं। चाइल्ड पोर्नोग्राफी असेस्स पर पहले से ही पूर्ण प्रतिबंध है इसपर मामले दर्ज किए गए हैं। आईपीसी की धारा में भी संशोधन हुआ है। धारा 354 में अब प्रावधान है कि अश्लील शब्द या इशारा करने पर भी मामला दर्ज किया जा रहा है।