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व्यक्ति विशेष के नाम से जानी जाती है एक विधानसभा सीट
हिमाचल की एक विधानसभा सीट ऐसी है जो किसी व्यक्ति विशेष के नाम से जानी जाती है,कारण सीधा है कि यहां से वर्षों से लगातार एक ही शख्स जीत जो दर्ज करवाता आ रहा है। धाकड़ कहे जाने वाले वर्तमान में जयराम सरकार में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह (Jal Shakti Minister Mahendra Singh) के हलके की बात कर रहे हैं। मंडी जिला के तहत धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र (Dharampur Assembly Constituency) में वर्षों बाद महेंद्र सिंह क्रीज के बाहर से बेटे के लिए बैटिंग कर रहे हैं। बीजेपी ने 73 वर्षीय महेंद्र सिंह की जगह उनके बेटे को इस मर्तबा अपना कैंडिडेट बनाया है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र (Hamirpur Parliamentary Constituency) के अंतर्गत आने वाली धर्मपुर सीट में कुल 68,626 वोटर्स हैं।
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यह सीट बीजेपी का गढ़ रही है। धर्मपुर सीट के इतिहास की बात करें तो यहां वर्ष 1972 में भीखम राम को जीत मिली थी। इसके बाद 1977 में जनता पार्टी से ओम चंद को जीत मिली। वहीं, भीखम राम ने वर्ष 1982 में कांग्रेस टिकट पर जीत दर्ज करवाई। इसके बाद 1984 में उपचुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस (Congress) के नत्था सिंह को जीत मिली। वर्ष 1990 में महेंद्र सिंह बतौर निर्दलीय जीते। इसके बाद 1993 में कांग्रेस की ओर से मैदान में उतरे और जीत मिली। वर्ष 1998 में महेंद्र सिंह हिमाचल विकास कांग्रेस के टिकट पर लड़कर विधानसभा पहुंचे और फिर 2003 में लोकतांत्रिक मोर्चा हिमाचल प्रदेश के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते। वर्ष 2007 से वे बीजेपी के टिकट पर लगातार जीत दर्ज करवाते आ रहे हैं। महेंद्र सिंह पहली बार वर्ष 1990 में विजयी हुए थे, जिसके बाद साल 1993 में वे कांग्रेस की ओर से चुनाव जीते। वर्ष 2017 की बात करें तो उन्होंने बीजेपी (BJP) की ओर से चुनाव जीता और कांग्रेस के चंद्रशेखर को 11,964 वोटों से पराजित किया। महेंद्र सिंह को 57.68% वोट मिले।
बीजेपी ने इस मर्तबा उनके बेटे रजत ठाकुर (Rajat Thakur) को कैंडिडेट बनाया है। वहीं, कांग्रेस की ओर से चंद्रशेखर (Chandrashekhar) मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी ने श्याम लाल को मैदान में उतारा है। याद रहे कि प्रदेश में 12 नवंबर को वोटिंग होगी, 8 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे।