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स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकेज से जोड़े 10 करोड़ से अधिक परिवार
Last Updated on January 27, 2020 by Sintu Kumar
धर्मशाला। डीआरडीए भवन में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) धर्मशाला द्वारा बैकर्स हेतु जिला स्तरीय ई शक्ति-विस्तार कार्यक्रम (Credit Intensification Drive Jan- March 2020) का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ हरविंदर सिंह जिला अग्रणी बैंक पीएनबी ने किया।
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डीडीएम नाबार्ड अरुण खन्ना ने बताया कि स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकेज सहयोग पर बना कार्यक्रम है। ग्रामीण महिलाओं की समृद्धि के लिए काम करता है। करोड़ों भारतीय महिलाओं को वित्तीय तौर पर आत्मनिर्भर कर रहा है। 10 करोड़ से ज्यादा निर्धन परिवारों को जोड़ा जा चुका है, जो सफलता की बेमिसाल कहानी बयां करता है। एसएचजी बैंक लिंकेज कार्यक्रम नई सोच के रूप में सामने आया है। ई-शक्ति परियोजना नाबार्ड की एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह एक ऐसा ई-प्लेटफार्म है, जो एसएचजी और बैंक को तकनीक से जोड़ता है। इस डिजिटल क्रांति में पुरा देश भी इसके दायरे में आ सकता है। यह प्रधानमंत्री की डिजिटल इंडिया मुहिम का हिस्सा है। इसमें एसएमएस अलर्ट की सुविधा, लाईव डाटा उपलब्ध होना व आधार में लाने के अनेक लाभ उपलब्ध हैं।
अरुण खन्ना ने प्रतिभागियों को भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और विशेष रूप से स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकेज कार्यक्रम को सक्रिय रूप से कार्यान्वित करने के लिए तीव्रता लाने की बैंकर्स से अनुरोध किया। इस अवसर पर वित्तीय सलाहकार कुलवीर कटोच, बैंकर्स, सरकारी अधिकारी (आईसीडीएस और डीआरडीए), एसएचजी सदस्य, एनजीओ, एनिमेटर, आरसेटी अधिकारी और एफएलसी एचपीजीबी उपस्थित आदि उपस्थित रहे।