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NPA नहीं मिलने से गुस्साए डॉक्टर्स ने सुख सरकार के खिलाफ निकाली भड़ास
Doctors NPA: रविंद्र चौधरी/नूरपुर। हिमाचल में डॉक्टर्स पिछले काफी समय से सुख सरकार (Sukh Government) के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर विरोध (Protest) जता रहे हैं। सोमवार को नूरपुर में भी हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर सुख सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। संघ के महासचिव Dr. विकास ठाकुर ने नूरपुर में कहा कि डॉक्टर्स (Doctors) की अग्रिम भर्ती के समय सरकार ने NPA बहाल करने का आश्वासन दिया था लेकिन हाल ही में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति के समय इसे वेतन से हटा दिया गया।
बाहरी राज्यों की ओर रुख करेंगे डॉक्टर
3 अगस्त 2023 को जारी अधिसूचना के तहत विशेषज्ञों का वेतन 33,660 कर दिया गया जबकि 27 जुलाई 2022 को विशेषज्ञों का वेतन 40,392 था। राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों का पहले से ही अभाव है और ऐसे में विशेषज्ञ डॉक्टर बाहरी राज्यों की ओर रुख करेंगे। कई सीएमओ और बीएमओ को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है जिससे विभाग का कार्य प्रभावित होता है। उन्होंने इन पदों पर रेगुलर (Regular) नियुक्ति की मांग की है।
कई अधिकारियों के पद खाली चल रहे
विकास ठाकुर (Vikas Thakur) ने कहा कि जहां सभी विभागों में 4/9/14 के तहत प्रमोशन की व्यवस्था है वहीं, स्वास्थ्य विभाग में प्रमोशन के बहुत कम अवसर मिलते है। स्वास्थ्य विभाग में सेवानिवृत्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के पदों पर उन्हें पुनः सेवा विस्तार दे रहा है जो कि किसी भी तरह से व्यवहारिक नहीं है, क्योंकि जब सेवानिवृत्त अधिकारी को फिर उसी पद पर सेवा विस्तार दिया जाएगा तो अपनी प्रमोशन की आस में बैठे अन्य स्वास्थ्य अधिकारी कभी प्रमोट ही नहीं हो पाएंगे। डॉ. विकास ठाकुर ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशक, उप स्वास्थ्य निदेशक और खण्ड चिकित्सा अधिकारियों के कई पद खाली चल रहे है। उन्होंने इन रिक्त पड़े पदों को योग्यता और वरीयता के आधार पर जल्द भरने की मांग की। डॉ. विकास ने कहा कि उनकी मांगें पूरी तरह व्यवहारिक और प्रदेश हित में है और वो सरकार से मांग करते है कि इन मांगों को अतिशीघ्र भरा जाए।