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डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइकः ओपीडी के बाहर लगी कतारें, इंतजार करते रहे मरीजों
हिमाचल में डॉक्टर आज से नॉन प्रैक्टिस अलाउंस बंद करने के विरोध में रोज डेढ़ घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पर है। हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश सभी अस्पतालों में सुबह 9.30 से 11 बजे तक सभी डॉक्टरों ने OPD में सेवाएं नहीं दी। सुबह के समय डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक के चलते अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई। इस दौरान मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार होने के कारण अस्पतालों में भीड़ अधिक होती है लेकिन मरीजों को 11 बजे तक ओपीडी शुरू होने का इंजतार करना पड़ा।
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन आईजीएमसी शिमला के अध्यक्ष डॉक्टर हरिमोहन ने बताया कि सरकार का यह निर्णय सरासर गलत है।सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं और एनपीए डॉक्टरों का हक है। फिलहाल जॉन एक्शन कमेटी ने डेढ़ घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक करने का निर्णय लिया है अगर सरकार ने जल्द एनपीए को बहाल नहीं किया तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं हुई लेकिन ओपीडी में मरीजों को डॉक्टर्स का लंबा इंतजार करना पड़ा। मरीज सुबह से डॉक्टर्स के इंतजार में बैठे नजर आए।
ओपीडी के बाहर पंखें खराब, मरीज हुए पसीने से तर
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के पेन डाउन स्ट्राइक पर जाने से इसका खामियाजा खासकर उन मरीजों को ज्यादा भुगतना पड़ा जो दूसरे जिलों से पहुंचकर यहां उपचार के लिए पहुंचे थे। गायनी ईएंनटी, मेडिसिन की ओपीडी के बाहर कई जगह पंखे बंद पड़े हुए थे। भारी गर्मी के कारण मरीजों को डॉक्टरों के इंतजार में 2 घंटे तक पसीना बहाना पड़ा। मरीज लंबी-लंबी कतारों में खड़े थे। महिलाओं का कहना था कि सरकार को इस तरह के फैसले नहीं लेने चाहिए जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़े क्योंकि यहां हमीरपुर जिला की नहीं दूसरे जिलों के भी लोग उपचार के लिए पहुंचते हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सुभाष, आरडीए प्रेसिडेंट डॉ आशीष, एससीए प्रेसिडेंट डॉक्टर शालिनी, स्टूडेंट सेंट्रल स्टेशन के अध्यक्ष आरूषी शर्मा ने कहा कि सरकार इस फैसले को वापस लें नहीं तो इसका विरोध तेज किया जाएगा।
किसी भी सरकार ने नहीं सुनी डॉक्टरों की बात
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डॉ. कल्याण सिह के नेतृत्व में सभी डाक्टरों ने क्षेत्रीय अस्पताल के परिसर में इक्कठे होकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया। इस दौरान डाक्टरों ने सरकार से डाक्टरों के पदों को भरने की मांग की। डॉ कल्याण सिंह ने बताया कि पिछली सरकार से लेकर डॉक्टरों की मांगें चल रही हैं। लेकिन पिछली सरकार ने भी डॉक्टरों की मांगों को लेकर एक कमेटी बनाई थी लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला लिहाजा अब वर्तमान में भी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने को मजबूर हो गए हैं।डॉक्टरों की हड़ताल के दौरान क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में उपचार करवाने पहुंचे मरीज परेशान रहे। 2 घंटे तक मरीज डॉक्टरों की ओपीडी के बाहर डॉक्टर का इंतजार करते रहे।