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डर के बीच ICU Bed पर कब्जा-Video स्टोरी बताएगी आपको Himachal का हाल
Last Updated on May 23, 2021 by Vishal Rana
नेरचौक। कोविड अस्पताल (Covid Hospital) के रूप में कार्य कर रहे श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक (Shree Lal Bahadur Shastri Medical College Nerchowk) के आईसीयू में उपचाराधीन मरीज ठीक होने के बाद भी यहां से जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। इस कारण कालेज प्रबंधन के समक्ष एक नई परेशानी पैदा हो रही है और अन्य गंभीर मरीजों को उपचार देने में मुश्किल हो रही है।
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मेडिकल कॉलेज नेरचौक के एमएस डॉ जीवानंद चौहान (Dr. Jeevanand Chauhan)ने बताया कि आईसीयू में जो मरीज उपचाराधीन हैं वो ठीक होने के बाद भी आईसीयू बैड नहीं छोड़ रहे हैं। इसके पीछे का मुख्य कारण उनके मन में बना हुआ डर है। डर के कारण ही संक्रमित लोग आईसीयू बैड को नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आईसीयू बैड (ICU Bed) की संख्या सीमित होती है और जब किसी कोरोना संक्रमित की हालत बहुत ज्यादा खराब हो जाती है तभी उसे आईसीयू में शिफ्ट किया जाता है। लेकिन जब वह मरीज ठीक हो जाता है तो उसे छुट्टी देकर घर भेज दिया जाता है और होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है। जबकि यहां आईसीयू में भर्ती मरीज छुट्टी देने के बाद भी घर जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। इससे अन्य गंभीर मरीजों को उपचार देने में परेशानी पेश आ रही है। उन्होंने ऐसे मरीजों और उनके तिमारदारों से अनुरोध किया है कि छुट्टी मिलने के बाद वे अपने घर पर रहें और नियमों का पालन करें। ताकि अन्य गंभीर मरीजों को भी बेहतर उपचार मिल सके। डॉ. जीवानंद चौहान का कहना है कि वहीं दूसरी तरह जिला के सीएमओ की तरफ से डिस्चार्ज हो चुके मरीजों को घर ले जाने के लिए एंबुलेंस सुविधा भी काफी देरी से उपलब्ध करवाई जा रही है। इस कारण भी मरीज काफी लंबे समय तक यहीं पर रुकने को मजबूर हो रहा है।