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Covid-19 लोक-कलाकारों की चबा गया रोजी-रोटी, Cultural Events पर ही निर्भर है इनका दारोमदार
Last Updated on June 3, 2020 by
धर्मशाला/ शिमला। कोविड-19 (Covid-19) के प्रकोप के बीच चल रहे लॉकडाउन (Lockdown) से लोक-कलाकारों और विभिन्न विधाओं से जुड़े कलाकारों की रोजी-रोटी संकट में पड गई है। लगभग सवा दो माह से कलाकार अपने घरों में बैठे हैंए ऐसे में इस वर्ग के सामने रोजी-रोटी (Livelihood) का जुगाड़ करना मुश्किल हो गया है। सामान्य दिनों में वे स्टेज शो, गायन, वादन इत्यादि कार्यक्रमों में शामिल होकर अपनी आजीविका आसानी से कमा लेते हैं। उनकी आजीविका केवल सांस्कृतिक आयोजनों (Cultural events) पर ही निर्भर है। प्रदेशभर मे लगभग 1000 से अधिक कलाकार हैं, जबकि जिला कांगड़ा में 200 धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में लगभग 8 दलों के 100 से अधिक कलाकार हैं जिनकी आय का एकमात्र माध्यम इन कार्यक्रमों से होने वाली आमदनी है। लेकिन इन दिनों इनका कामकाज पूरी तरह से ठप होकर रह गया है।
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आर्थिक सहायता प्रदान करने की अपील
बीजेपी विधायक विशाल नेहरिया (Vishal Nehria) ने सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात कर सरकार से इन कलाकारों (Folk artists) को आर्थिक सहायता प्रदान करने की अपील की है। नेहरिया ने सीएम से आग्रह किया कि इन कलाकारों के लिए ऐसी नीति बनाई जाए जिससे इनकी आर्थिक सहायता हो सके या फिर इन कलाकारों को कोरोना महामारी के जागरुकता कार्यक्रमों का हिस्सा बना कर स्वयं-सेवी भूमिका दी जाए ताकि इससे जहां इनकी आर्थिक सहायता होगी वही ऐसे समय में यह कलाकार जागरूकता में अहम साबित हो सकते हैं। इन कलाकारों और सांस्कृतिक दलों ने सरकार की नीतियों व सरकार के जन कल्याणकारी कार्यक्रम को लोगो तक अपनी कला के माध्यम से पहुंचा कर सरकार का प्रचार-प्रसार किया है साथ ही प्रदेश की लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी संस्कृति को जीवित भी रखा है। भाषा एवं कला संस्कृति विभाग और सूचना एवं जन संपर्क विभाग के पास इन कलाकारों का सम्पूर्ण डाटा उपलब्ध है।