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चंबा-मंडी में जल्द बनेंगी डुग्गर व बग्गी जल विद्युत परियोजनाएं, एनएचपीसी-बीबीएमबी को सौंपी जिम्मेदारी
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार (Himachal Pradesh Government) ने 500 मेगावाट कैपेसिटी की डुग्गर जल विद्युत परियोजना (Dugar Hydroelectric ) और 42 मेगावाट क्षमता की बग्गी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के लिए समझौता किया है। इसके लिए एनएचपीसी और बीबीएमबी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस समझौते पर प्रदेश सरकार की तरफ से ऊर्जा विभाग निदेशक हरिकेश मीणा (Energy Department Director Harikesh Meena) , एनएचपीसी की तरफ से महाप्रबंधक विद्युत सुरेश कुमार और बीबीएमबी के सचिव सतीश कुमार सिंगला ने इसके अनुबंध पर अपने हस्ताक्षर किए हैं।
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चंबा के किलाड़ में डुग्गर परियोजना का निर्माण एनएचपीसी (NHPC) और मंडी बग्गी परियोजना का निर्माण बीबीएमबी (BBMB) करेगी। सीएम ने कहा कि परियोजनाओं के कार्यान्वयन अनुबंध में 70 वर्षों के लिए बग्गी जल विद्युत परियोजना से 12 प्रतिशत व डुग्गर जल विद्युत परियोजना से 4 प्रतिशत से 25 प्रतिशत मुफ्त बिजली सरकार को प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। योजना प्रभावित परिवारों को 10 वर्षों तक 100 यूनिट विद्युत प्रतिमाह मुफ्त प्रदान की जाएगी। इन परियोजनाओं के निर्माण से लगभग 4300 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा।
वहीं इस दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि डुग्गर जल विद्युत परियोजना की अनुमानित लागत 3987.34 करोड़ रुपए है। इस परियोजना से 1795 मिलियन युनिट वार्षिक बिजली का उत्पादन हो सकेगा। प्रभावित क्षेत्र में स्थानीय क्षेत्र विकास निधि के तहत करीबन 59.81 करोड़ का योगदान दिया जाएगा। इसका निर्माण कार्य 71 माह में पूरा किया जाएगा। इस परियोजना का आबंटन सात अगस्त 2018 को एनएचपीसी को किया गया था। वहीं 25 सितंबर 2019 को समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ था।
वहीं बग्गी जल विद्युत परियोजना (Baggi Hydro Electric Project) की अनुमानित लागत 284.87 करोड़ रुपए होगी। इस परियोजना से 135.6 मिलियन वार्षिक बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा। परियोजना प्रभावितों को विकास निधि के तहत 4.21 करोड़ रुपए का योगदान दिया जाएगा। इस परियोजना का निर्माण कार्य 30 माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इसका आबंटन दस जुलाई, 2019 को बीबीएमबी को किया गया था तथा समझौता ज्ञापन आठ नवंबर 2019 को हस्ताक्षरित किया गया था।
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