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हिमाचल में हर्षोल्लास से मनाया दशहरा उत्सव, धू-धू जले रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले
शिमला। आज पूरे देश सहित हिमाचल में भी दशहरा उत्सव (Dussehra Festival) धूमधाम से मनाया गया। दशहरा उत्सव (Dussehra festival) प्रदेशभर में हर्षोल्लास से मनाया गया। जगह-जगह (Effigies of Ravana) रावण,मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले जलाए गए। आतिशबाजी (Fireworks) की गूंज से आसमान गूंज उठा तो हर तरफ धुएं का गुब्बार दिखा। इस बीच आमजन का जोश (Enthusiasm) देखने वाला था,हर जगह जमकर भीड उमडी। राजधानी शिमला (Shimla) के ऐतिहासिक जाखू मंदिर में दशहरा उत्सव धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। मंदिर के मैदान में रावण (Ravana) के साथ मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया।
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रावण दहन के इस कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर रावण को आग लगाई। इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर ने जाखू मंदिर में पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उनके साथ मंत्री सुरेश भारद्वाज भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि आज बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि आज ही के दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने एम्स के उद्घाटन के साथ हिमाचल प्रदेश को कई बड़ी सौगात दी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने दशहरे पर कुल्लू में जाकर भगवान रघुनाथ की रथायात्रा में हिस्सा लिया। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को असत्य पर जीत के पर्व की शुभकामनायें दी। बता दें कि प्रदेश भर में दशहरा उत्सव पर रंग विरंगी आतिशबाजी भी की गई। प्रदेश भर में दशहरा उत्सव देखने के लिए लोगों का हुजुम उमड़ा। बता दें कि कोरोना के चलते करीब दो साल बाद इस बार बड़े स्तर पर प्रदेश भर में दशहरा उत्सव का आयोजन किए गए।
चंबा में आकर्षक शोभायात्रा के बाद जलाए रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले
चंबा के ऐतिहासिक चौगान में भी अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्रीराम भगवान ने अग्निबाण चलाकर अहंकारी लंकापति रावण का अंत किया, साथ ही मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भी जलाए। इस बार रावण का पुतला 60 फुट ऊंचा बनाया गया था जबकि मेघनाद व कुंभकर्ण का पुतला 50-50 फीट ऊंचा था। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार पुतलों को 5-5 फुट बढ़ाया गया था।
इससे पहले भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो पूरे शहर की परिक्रमा कर वापस चौगान में पहुंची। इस पूरे आयोजन का शोभायात्रा मुख्य आकर्षण रही। शोभायात्रा को देखने के लिए काफी तादाद में जिला भर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग ऐतिहासिक चौगान में पहुंचे। शोभायात्रा के चौगान में पहुंचने के बाद भगवान श्रीराम ने विधिवत रूप से पहले कुंभकर्ण का पुतला जलाया। उसके बाद मेघनाद और अंत में रावण के पुतले को जलाया।
धर्मशाला में दशहरा उत्सव पर जमकर हुई अतिशबाजी भारी संख्या में पहुंचे लोग
धर्मशाला में भी पुलिस मैदान में जिला स्तरीय दशहरा उत्सव धुमधाम से मनाया गया। विधायक विशाल नैहरिया ने विधिवत पूजा कर दशहरा की रस्म अदा की। वहींए पुलिस मैदान में आतिशबाजी भी की गई। पुलिस मैदान धर्मशाला में दशहरा उत्सव पर भारी संख्या में लोग पहुंचे। मैदान में स्टॉल पर भी लोगों ने खरीददारी की। इसके अलावा मैदान में युवाओं के मनोरंजन के लिए ओपन डीजे भी लगाया गया था जिस पर युवा थिरकते हुए नजर आए। इस बार जिला स्तरीय दशहरा उत्सव में बजट के अभाव के चलते रावणए कुंभकर्ण तथा मेघनाथ के पुतलों की लंबाई भी छोटी की गई थी। इसके अलावा दशहरा पर्व से पहले लंका दहन तथा अक्षय के पुतलों का दहन भी नहीं हुआ था।
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