- Advertisement -
धर्मशाला। सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने कहा है कि कोविड-19 (Covid-19) के प्रकोप के बीच प्रदेश की आर्थिकी को तीस हजार करोड़ (Thirty Thousand Crores) का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पहले तिमाही के आंकड़ों में 1300 करोड़ का राजस्व घाटा दर्ज किया गया है। प्रदेश की आर्थिकी पुनः पटरी पर लौटे इसके लिए अनलॉक- 3 के दौरान निगरानी सिस्टम को भी मजबूत किया गया है।
ये बातें आज सुबह सीएम जयराम ने कांगड़ा प्रवास के दौरान धर्मशाला में मीडिया से बातचीत में कही। सीएम जयराम के कांगड़ा प्रवास का आज तीसरा दिन है। कोविड.19 प्रकोप के बीच दौरों पर लगी ब्रेक के बाद सीएम जयराम ने कांगड़ा से अपना अभियान शुरू किया है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार के सुझाव पर सीएम ने कहा कि यह सही बात है कि कुछ दिन पहले परिस्थितियां खराब हो गई थी। लेकिन उनको सभाल लिया है। हम एहतियात बरत रहे हैं, पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि ज्यादा स्वागत न हो। सीएम ने कहा कि जिला कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। इसमें कोई दो राय नहीं कि राजनीति ही नहीं बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी धर्मशाला की अपनी एक अलग अहमियत रखता जिस तरह की रिवायत चली आ रही है उसतर से इस बार शीतकाली प्रवास पूरा नहीं हो पाया था अब सरकार प्रयास कर रही है कि मानसून के दौरान वो काम पूरे किए जाए जो पीछे रह गए थे।
हिमाचल प्रदेश को दिल्ली में आयोजित जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग की 13वीं निवेश अनुमति समिति ;आईसीसीद्ध की बैठक में 7,922‐69 करोड़ रुपये की छह सिंचाईए बहुदेश्यीय तथा बाढ़ नियंत्रण योजनाओं की मंज़ूरी प्रदान की गई है। बैठक में स्वीकृत कुल 10 परियोजनाओं में से छह हिमाचल के ख़ाते में आई हैं। अन्य चार में तीन महाराष्ट्र तथा एक तामिलनाडू के लिए स्वीकृत की गई हैं। इनमें से 6,9466‐99 करोड़ रूपए की रेणुका जी बांध परियोजना (राष्ट्रीय परियोजना) तथा हिमाचल प्रदेश सरकार की 975‐70 करोड़ रूपए की पांच परियोजनाएं शामिल हैं। इन पांच परियोजनाओं में मंडी ज़िला की धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र की सकड़ैन, मलठोड़, थोथू, डोल तथा समौर खड्ड के लिए 145‐73 करोड़ रूपए , कांगड़ा ज़िला की नकेड़ खड्ड और इसकी सहायक नदियों के लिए 231‐02 करोड़ ए सिरमौर ज़िला की यमुना नदी के दाएं किनारे तथा इसकी सहायक नदियों के लिए 250‐46 करोड़, मंडी ज़िला में बरछवाड़ से जाहू तक शीर खड्ड के लिए 157‐66 करोड़ तथा शिमला ज़िला की रोहड़ू तहसील में तक्कड़ी से हाटकोटी तक पब्बर नदी के लिए 190‐82 करोड़ की सिंचाई बहुदेश्यीय तथा बाढ़ नियंत्रण परियोजनाएं शामिल हैं।
- Advertisement -