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क्रिप्टोकरेंसी रैकेट से जुड़ रहे हैं बड़े नेताओं, अफसरों के नाम; SIT की पूछताछ में खुले कई राज
शिमला। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी के रैकेट (Cryptocurrency Racket) कई आला नेताओं, नौकरशाहों, किसानों और बागवानों के फंसे होने की बात सामने आ रही है। असल में इस रैकेट के सरगनाओं ने सबसे पहले नेताओं और बड़े अफसरों (Politicians And Bureaucrats) को ही फंसाया। फिर इनके रसूख से जो चेन बनी, उसमें कुछ समय बाद 50 हजार से अधिक निवेशक (Investors) फंस गए। राज्य के रसूखदारों का संपर्क इसें काम आया और परस्पर विश्वास की एक कड़ी बन गई। यह राज पुलिस के हाथों धरे गए रैकेट के दो किंगपिन हेमराज और सुखदेव ने SIT की पूछताछ में खोला है।
हेमराज और सुखदेव दोनों फिलहाल पुलिस रिमांड (Police Remand) में हैं। ये दोनों मल्टी लेवल मार्केटिंग से जुड़े रहे हैं। इस कारोबार में उन्होंने अपने संपर्क बनाए थे। उन्हें मालूम था कि क्रिप्टोकरेंसी के इस खेल में किससे कितना निवेश करवाया जा सकता है। दोनों ने SIT की पूछताछ में यह भी बताया है कि उनके साथी भी इसी तरह कभी मल्टीलेवल मार्केटिंग (Multilevel Marketing) का कारोबार करते थे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रैकेट में शामिल आरोपियों ने बड़े अधिकारियों और नेताओं की मदद से हिमाचल प्रदेश के बाहरी राज्यों में भी अपना जाल फैलाया।
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लंबी होती चेन के साथ बदली लाइफस्टाइल
जैसे-जैसे निवेशकों की संख्या बढ़ती गई है तो आरोपियों का लाइफस्टाइल (Lifestyle) भी बदलता गया। विदेशी टूअर के साथ-साथ बड़े-बड़े होटलों में बैठकें होने लगीं और सुनियोजित तरीके से अधिक से अधिक लोगों को चेन में शामिल करने के लिए एजेंट रखा गया। क्रिप्टो करेंसी घोटाले में संलिप्त आरोपियों की कई संपत्तियों का SIT ने पता लगाया है। सामने आया है कि घोटाले का अंजाम देकर हिमाचल, पंजाब व हरियाणा के साथ ही अन्य स्थानों पर कई संपत्तियों को खरीदा गया। कुछ वाहनों को भी SIT ने जब्त किया है। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मामले में जल्दी ही कुछ गिरफ्तारियां हो सकती हैं।