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बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ,मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
झारखंड के देवघर एयरपोर्ट ( Deoghar Airport) की सुरक्षा में सेंध के मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे,मनोज तिवारी( BJP MP Nishikant Dubey, Manoj Tiwari) समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज ( FIR) कर किया है। सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद की शिकायत पर कुंडा पुलिस स्टेशन (Kunda Police Station) में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें कहा गया कि इन लोगों ने एटीसी ऑफिस में घुसकर करके सभी सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया और अधिकारियों पर उड़ान भरने की मंजूरी के लिए दबाव डाला। कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शिकायत के बाद दोनों सांसदों निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और हवाई अड्डे( Airport) के निदेशक सहित नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336 (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कार्य), 447 (आपराधिक अतिचार के लिए सजा), 448 (घर के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया।
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जाहिर है गत 31 अगस्त को सांसद डॉ. निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी औऱ कपिल मिश्रा समेत कई लोग पेट्रोल अटैक में जान गंवाने वाली अंकिता के परिजनों से मिलने दुमका पहुंचे थे। इस दौरान सांसद चार्टर्ड प्लेन से देवघर के हवाई अड्डे पर उतरे थे। इस दौरान सांसद के साथ उनके दोनों बेटे भी शामिल थे। दुमका से लौटने के बाद सांसद वापस लौटन के लिए शाम करीब 5:30 बजे एयरपोर्ट पहुंचे और चार्टर प्लेन में बैठ गए वहीं देवघर एयरपोर्ट एटीसी( ATC) ने उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी। आरोप है कि इसके बाद पायलट के साथ सांसद निशिकांत दुबे, उनके दोनो बेटे, सांसद मनोज तिवारी, सुनील तिवारी सभी लोग जबरन एटीसी की बिल्डिंग में घुसकर अधिकारियों से जबरदस्ती क्लियरेंस लिया और दिल्ली के लिए उड़ान भरी। देवघर डीसी ने प्रधान सचिव, कैबिनेट-समन्वय (नागरिक उड्डयन), झारखंड को दो सितंबर को लिखे पत्र में पूरा मामला बताया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि इस मामले में एयरपोर्ट का जो कस्टोडियन है उसके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। सबको सोचना चाहिए कि उस एयरपोर्ट डायरेक्टर के खिलाफ क्यों एफआईआर दर्ज की गई। ये एफआईआर इसलिए है क्योंकि डीसी को पता है कि ये एफआईआर एक मिनट भी हाईकोर्ट में नहीं टिकेगी। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। अगर मैंने डायरेक्टर पर दबाव बनाया तो वो मेरे ऊपर केस करेगा कि डायरेक्टर के ऊपर ये केस करेंगे।