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रात को जल्दी सोने की करते हैं कोशिश फिर भी लेट आती है नींद, अपनाएं ये Tips
Last Updated on January 7, 2020 by Deepak
दिनभर में हमारे लिए काम जितना जरूरी है उससे ज्यादा जरूरी है नींद का पूरा होना। हमारी पूरी रूटीन इसी चीज पर निर्भर होती है। हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं की वजह भी नींद का पूरा ना हो पाना ही है। आपके लाइफस्टाइल (Lifestyle) के हिसाब से इसके कारण अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सुबह के वक्त उठने में दिक्कत की समस्या सभी को फेस करनी पड़ती है। सबसे कॉमन समस्या ये है कि कुछ लोगों को बिस्तर पर जाने के काफी समय बाद भी नींद नहीं आती जिस वजह से वह समय पर उठ भी नहीं पाते हैं। हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपकी ये समस्या दूर हो जाएगी …
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रात के वक्त जब आप सोचते हैं कि अब सो जाना चाहिए और वो वक्त जब आप सोने जाते हैं, इन दोनों ही स्थितियों के बीच जो अंतर होता है उसे लेटेंसी कहते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक लेटेंसी का असर हर इंसान पर अलग-अलग होता है। यह उसकी बॉडी, लाइफस्टाइल और जिस वातावरण में वह रहता है, उससे प्रभावित होता है। अगर आपको बिस्तर पर जाने के 5 मिनट के अंदर नींद आ जाती है तो इसका मतलब है कि आप कम नींद लेते हैं और अगर आपको बिस्तर पर जाने से नींद आने के बीच का अंतर 20 या इससे अधिक होता है तो इसका अर्थ है कि आप अपने शरीर की जरूरत से अधिक सोते हैं या आपको अपनी पुअर स्लीप हाइजीन को इंप्रूव करने की जरूरत है।
शोध के मुताबिक, बिस्तर पर जाने के 7 मिनट के बाद आप ऐसी स्थिति में होते हैं जहां ना आप पूरी तरह सो रहे होते हैं और ना ही पूरी तरह जगे हुए होते हैं। इस वक्त आप खुद को कुछ व्यग्र और कुछ शांत महसूस करते हैं। अगर बिस्तर पर जाने के बाद आपकी बॉडी को हाथ और पैर का टेंप्रेचर स्थिर करने में ज्यादा वक्त लगता है तो आपकी स्लीप लेटेंसी बढ़ जाएगी यानी आपको सोने में ज्यादा वक्त लगेगा इसलिए अपनी बॉडी को समझते हुए रूम का तापमान सही रखें। इसमें आप रूम हीटर का हॉट वॉटर बॉटल की मदद ले सकते हैं।
अगर आप रात के वक्त जिम जाते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि एक्सरसाइज करने के बाद आपकी बॉडी मसल्स अधिक एक्टिव हो जाती हैं, इससे नींद आने में खलल होती है। बेहतर है सुबह के वक्त या बेड डाइम से कम से कम 4 घंटे पहले एक्सरसाइज करें।
आमतौर पर हाई फाइबर डायट लेने की सलाह दी जाती है ताकि पाचनतंत्र बेहतर रहे। लेकिन न्यूयॉर्क की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के मुताबिक, रात के वक्त हाई फैट डायट लेने से जल्दी नींद आने में मदद मिलती है।
तनाव नींद में बहुत खलल डालता है इसलिए तनावमुक्त रहना जरूरी है। हम अगर स्थितियों को नियंत्रण में नहीं कर सकते तो अपनी बॉडी को तो कर सकते हैं। रोज एक्सरसाइज और मेडिटेशन करें तुरंत लाभ दिखने लगेगा।
हर रोज एक निश्चित समय पर सोने जाने से आपके ब्रेन को बॉडी की इंटरनल क्लॉक सेट करने में मदद मिलेगी इसलिए सोने का समय निर्धारित करें।