-
Advertisement
‘मेरी बातों को आलोचना न समझें, सुझाव के तौर पर लें; Lockdown नहीं, सिर्फ Testing ही कारगर हथियार’
नई दिल्ली। भारत में जारी कोरोना संकट के बीच देश के सबसे पुराने राजनीतिक दाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस मसले पर गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल गांधी ने देश में कोरोना को लेकर बढ़ रहे मामलों के बारे में संवेदना जताई। उन्होंने कहा, मेरी बातों को आलोचना न समझें, इसे एक सुझाव के तौर पर लें। गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह पिछले काफी समय से बड़ी तादादा में एक्सपर्ट्स से बात कर रहे हैं। स्थिति बहुत गंभीर है। लॉकडाउन (Lockdown) वायरस का हल नहीं है। लॉकडाउन सिर्फ एक पॉज बटन है ये कोरोना संकट का सॉल्यूशन नहीं है। जब लॉकडाउन से बाहर आएंगे, तो इसका असर फिर दिखना शुरू हो जाएगा। लॉकडाउन सिर्फ आपको एक वक्त देगा ताकि आप तैयारी कर सको।
यह भी पढ़ें: बॉयफ्रेंड के शादी से इनकार करने पर लड़की ने किया ऐसिड अटैक, हुई अरेस्ट
LIVE: Special Congress Party Briefing by Shri @RahulGandhi via video conferencing.#RahulSpeaksForIndia https://t.co/B7FzeIuiXK
— Congress (@INCIndia) April 16, 2020
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए टेस्ट (Corona Test) की संख्या को बढ़ाना होगा और वायरस से आगे रहकर काम करना होगा। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को टेस्टिंग के लिए एक रणनीति बनानी होगी, ताकि कहीं पर भी कोई कोरोना पीड़ित व्यक्ति ना बच पाए। राहुल ने कहा कि हम एक गंभीर स्थिति में हैं, सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आना होगा।उन्होंने कहा, ‘कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल और इकोनॉमी दोनों मोर्चे पर लड़ना होगा। खाद्य क्षेत्र को मजबूत कीजिए। ज़रूरतमंदों को राशन कार्ड दीजिए। बेरोजगारी आने वाली है। उससे लड़ने की तैयारी कीजिए।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि जो हुआ वह हो गया लेकिन अब इमर्जेंसी सिचुएशन है। अब आगे देखते हैं और मिलकर हिंदुस्तान यूनाइट होकर कोरोना से लड़े। इससे देश को भी फायदा होगा। रणनीतिक तौर पर काम करें। लॉकडाउन हुआ तो बात बनी नहीं बल्कि पोस्टपोन हुई है। रिसोर्सेज को स्टेट के हाथ दीजिए। राज्यों को जीएसटी दीजिए। मुख्यमंत्रियों और जिलों के प्रशासन से खुलकर बात कीजिए और उनकी जो जरूरतें हैं उन्हें पूरा कीजिए।
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए देश को दो मोर्चों पर ज्यादा काम करने की जरूरत है- एक हेल्थ और दूसरा अर्थव्यवस्था। फूड का सेफ्टी नेट तैयार करना होगा। जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें भी मुफ्त राशन दीजिए। साथ ही न्याय योजना के तहत पैसे दीजिए, भले ही आप इस योजना का नाम न दें और दूसरा नाम यूज करें। लॉकडाउन खोलने के मसले पर राहुल गांधी ने कहा कि आप तुरंत लॉकडाउन नहीं हटा सकते हैं, जहां पर हॉटस्पॉट हैं उन इलाकों में बड़ी ताकत के साथ टेस्ट करने होंगे। ताकि पहले एक हिस्से से खतरे को कम किया जा सके, तभी आप लॉकडाउन को धीरे-धीरे कम कर सकते हैं।