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बंबर ठाकुर ने रोजगार मेले को लेकर उठाया आरोपों का बवंडर, नड्डा और बीजेपी नेताओं को लपेटा
बिलासपुर। रोजगार (Job) को लेकर साढ़े चार साल तक सोई रही हिमाचल सरकार को प्रदेश के बेरोजगारों (Unemployed) की चिंता कम बीजेपी (BJP) के लाड़लों की टेंशन ज्यादा हो रही है। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने बेटे को लांच करने और पूरे देश में उसकी जान पहचान और रूतबा कायम बढ़ाने के लिए ही रोजगार मेले (Employment Fair) का आयोजन किया था। इस रोजगार मेले में बीजेपी नेताओं ने अपने बच्चों को अच्छे पैकेज (Package) में नौकरियां दिलवाई हैं, जबकि आम लोगों के बच्चों को दूसरे राज्यों में आठ से 10 हजार में नौकरी दी गई है। ये आरोप लगाते हुए बिलासपुर (Bilaspur) के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा कि बीजेपी मीडिया प्रभारी के बेटे को 12 लाख रुपए का पैकेज दिया गया है। ये प्रदेश के बेरोजगारों के साथ बेइंसाफी है।
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उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा (JP Nadda) अपने बेटे को लांच करना चाहते हैं तो करें, परंतु हिमाचल (Himachal) के बेरोजगारों के साथ जो न्याय हो रहा है] उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे द्वारा करवाया गया रोजगार मेला महज दिखावा था। यहां पर युवाओं के साथ भेदभाव की नीति अपनाई गई है। बंबर ठाकुर (Bambar Thakur) ने कहा कि रोजगार मेले में युवाओं को आठ से 10 हजार रुपए का मासिक वेतन गुजरात, बैंगलूरू, दिल्ली (Delhi), चंडीगढ़, बद्दी सहित अन्य राज्यों में महंगाई के दौर में नाकाफी था। यदि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, चेतना संस्था की संस्थापक डा. मल्लिका नड्डा (Dr. Mallika Nadda) जिला के बेरोजगार युवाओं के लिए इतने चिंतित हैं तो रोजगार मेला में एसीसी, अल्ट्राटेक (Ultratech), एनटीपीसी, एनएचपीसी, फोरलेन, रेलवे सहित अन्य प्रोजेक्ट्स को लेकर कार्य कर रही कंपनियों को क्यों नहीं बुलाया गया। औद्योगिक क्षेत्र बद्दी (Baddi) में करीब 18 हजार उद्योग हैं, युवाओं को वहां पर रोजगार मुहैया करवाया जाना चाहिए था।
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उन्होंने कहा कि रोजगार मेले में किन युवाओं को रोजगार मिला, उनकी लिस्ट जारी की जाए, ताकि जनता के समक्ष सच्चाई सामने आ सके। बंबर ठाकुर ने कहा कि रोजगार मेला में भाजपा मीडिया प्रभारी (BJP media Incharge) के बेटे को 12 लाख रुपए का पैकेज दिया गया, जबकि अन्य युवाओं को आठ से 10 हजार की नौकरी दी गई थी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में आयोजित रोजगार मेला बेटे की पहचान के लिए करवाया गया। वहीं, रोजगार के नाम पर युवाओं से धोखा किया गया है। जिला के प्रोजेक्ट्स (Projects) में बाहरी लोगों को रोजगार मुहैया करवाया जा रहा है, लेकिन जिला के युवाओं को अन्य बाहरी राज्यों के लिए नौकरी के लिए भेजा जा रहा है, जोकि न्यायसंगत नहीं है। पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा कि चेतना संस्था के सहयोग रोजगार मेला करवाया गया है, तो चेतना संस्था की ओर से एसीसी कंपनी (Acc Company) को क्यों रोजगार मेला में नहीं बुलाया गया। इसके पीछे क्या कारण रहे हैं।