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जम्मू। एक ओर यूरोप और अफ्रीका विदेशी प्रतिनिधिमंडल घाटी के दौरे पर पहुंचा है तो दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के राजोरी जिला के पास मंजाकोट में आईईडी बरामद (IED Recovered) हुआ है। आईईडी बरामद होने के बाद नेशनल हाईवे (National Highway) पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। आपको बता दें कि मंगलवार को आंतकियों ने अनंतनाग जिले (Anantnag District) के बिजबिहारा में भी आईईडी ब्लास्ट किया था। इसमें कोई भी हताहत नहीं हुआ था, लेकिन स्थानीय लोगों की गाड़ियों को जरूर नुकसान पहुंचा था। पुलवामा हमले की बरसी पर जम्मू के बस स्टैंड के पास एक आईईडी (IED) मिला था। इसके बाद बीते रोज ही कश्मीर में भी आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) हुआ था।
जानकारी के अनुसार मंजाकोट इलाके में बरामद इस आईईडी को पुंछ हाईवे किनारे एक प्रेशर कुकर में रखा गया है। पुलिस को जैसे ही आईईडी की जानकारी मिली तो इलाके को सील कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह जम्मू-पुंछ राजमार्ग पर मंजाकोट इलाके के एक नाले में लकड़ी के बक्से के अंदर प्रेशर कुकर में आईईडी रखा गया था। इसके बाद पुलिस को जानकारी मिली तो मौके पर पहुंच कर पहले इलाके को सील किया गया। इसके अलावा आपको बता दें कि जम्मू बस स्टैंड से बरामद किए गए आईईडी की भी जांच चल रही है।
पता लगाया जा रहा है कि इसमें किस तरह का में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल किया गया है। उधर, आज मिले आईईडी को भी निष्क्रिय करने के बाद चंडीगढ़ एफएसएल जांच के लिए भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि आईईडी का वजन करीब सात किलो है। इसे एक बर्तन में फिट किया गया था और आईईडी के एक्टिव होने के 10 से 15 मिनट के बाद यह ब्लास्ट हो जाता है।
इसके अलावा कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनावों के बाद यूरोप और अफ्रीका के प्रतिनिधियों का एक दल आज घाटी पहुंचा है। यह दल दो दिवसीय दौरे पर घाटी पहुंचा है। घाटी पहुंचने पर फ्रांस और इटली के प्रतिनिधियों का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। आपको बता दें कि यह विदेशी प्रतिनिधिमंडल बडगाम जिला के मगम ब्लॉक पहुंचा। यहां ये प्रतिनिधी पंचायती राज और वहां लोगों की समस्याओं का हल कैसे किया जाता है इस बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
बडगाम पहुंचे राजनयिकों में से फ्रांस और इटली के राजनयिकों (France and Italy Diplomats) ने कश्मीर घाटी के स्थानीय लोगों से बातचीत भी की। आपको बता दें कि दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल (Delegation) अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने और राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद प्रशासन द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करेगा। इसके अलावा डीडीसी के नवनिर्वाचित सदस्य कुछ प्रमुख नागरिकों और प्रशासनिक सचिवों के साथ बैठकें भी करेंगे।
गौरतलब रहे कि पिछले साल भी अमेरिका सहित 17 देशों के प्रतिनिधियों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा कर हालात का जायजा लिया था। इस दल में मोरक्को, गुयाना, अर्जेंटीना, फिलीपींस, नॉर्वे, मालदीव, फिजी, टोगो, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, उज्बेकिस्तान, नाइजर, नाइजीरिया, बांग्लादेश और पेरू के राजदूत शामिल थे। इसके अलावा यूरोपीय संघ के 23 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुका है। यह दल भी दो दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर पहुंचा था।
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