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नम आंखों से दी Sarkaghat के सैनिक संतोष कुमार को अंतिम विदाई
Last Updated on February 15, 2020 by Deepak
सुंदरनगर। मणिपुर में तैनात सरकाघाट (Sarkaghat)क्षेत्र के सैनिक संतोष कुमार का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव किया गया। इलाके के लोगों ने नम आंखों से सैनिक को अंतिम विदाई दी गई। संतोष कुमार के बेटे विक्रांत चंदेल ने उन्हें मुखाग्नि दी। सैनिक का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा। संतोष कुमार पुत्र बंशी राम निवासी सुलपुर सरकाघाट भारतीय सेना की मेडिकल कोर में सैनिक अस्पताल( Military Hospital in the Medical Corps of the Indian Army) में तैनात थे। शनिवार सुबह क्षेत्र में जब संतोष कुमार का पार्थिव शरीर सुलपुर पहुंचा तो इलाके में सभी की आंखें नम हो गई। इसके बाद सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया ।
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संतोष कुमार वर्ष 1985 में आसाम राइफल्स ( Assam Rifles) में भर्ती हुए थे और वर्तमान में मणिपुर में तैनात थे। परिजनों के अनुसार गत दिवस दोपहर तीन बजे संतोष ने अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी।.बातचीत के दौरान संतोष ने तबीयत खराब होने और दवाई लेने की बात बताई, लेकिन इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसे सैनिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। शाम को पत्नी ने एक बार फिर फोन पर संपर्क करने की कोशिश की और अस्पताल के डॉक्टर ने फोन उठाकर संतोष कुमार की हालत गंभीर होने की जानकारी दी। एक घंटे बाद करीब सात बजे पत्नी को फोन पर उनके निधन की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही संतोष कुमार के परिजन असम के लिए रवाना हो गए और शनिवार को सैनिक संतोष का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा।
संतोष कुमार के आकस्मिक निधन पर सरकाघाट विधायक कर्नल इंद्र सिंह,एसडीएम जफर इकबाल, तहसीलदार दीनानाथ यादव, पंचायत प्रधान रिंकू चंदेल, अमीं चंद, प्रकाश चंद, सोहन लाल, फतेह सिंह, मेहर सिंह, पृथी पाल चंदेल, भाग सिंह चंदेल तथा मान सिंह चंदेल ने शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।भारतीय सेना के सूबेदार सोहन लाल ने कहा कि सैनिक संतोष की ह्रदय गति रुकने के कारण मौत हो गई थी। संतोष कुमार सुबह पीटी और भोजन करने के बाद कमरे में मौजूद थे। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक हुआ लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।