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राजभवन-सरकार में तकरार: डॉ. अंबेडकर की पुण्यतिथि पर आमंत्रण पत्र को लेकर राज्यपाल नाराज
Governor Shiv Pratap Shukla: संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr Bhimrao Ambedkar)के महापरिनिर्वाण दिवस पर राजभवन और सरकार के बीच तकरार देखने को मिली। बेशक राजभवन की नाराजगी नगर निगम की ओर से राज्यपाल को भेजे गए सामान्य आमंत्रण पत्र (General Invitation Card) को लेकर थी लेकिन काफी समय से चल रही कड़वाहट खुल कर सामने आ गई। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल( Governor Shiv Pratap Shukla) ने राजभवन में डॉ अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किए और मीडिया के सामने अपनी बात भी रखी। बता दें कि शिमला नगर निगम( Shimla MC) की तरफ से चौड़ा मैदान में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू(CM Sukhwinder Singh Sukhu) शामिल हुए लेकिन राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रदेश के प्रथम नागरिक को सामान्य आमंत्रण दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की हैं। इतना ही नहीं राज्यपाल ने तंज कसते हुए कहा कि संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि तो दे रहे हैं लेकिन वो लोग बिना वजह के संविधान को लहराते हैं तो क्या किया जाए
अंबेडकर जयंती पर मैं अपने आप गया था
नगर निगम की तरफ से आयोजित कार्यक्रम को लेकर राज्यपाल (Governor) कहा कि मेयर या किसी अन्य अधिकारी ने उनसे इस संबंध में संपर्क नहीं किया। पिछली बार डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर मैं अपने आप गया। इस बार भी जाना था लेकिन उन्हें सामान्य कार्ड भेजा गया तो ऐसी स्थिति में मैं कैसे जाता। उन्होंने कहा कि वो क्या कर रहे हैं मुझे नहीं पता। लेकिन हम उस सिद्धांत के हैं यहां देश के पीएम ने डॉ भीमराव अंबेडकर को पंच तीर्थ बना कर सम्मानित करने का काम किया। मैं उसी भारत सरकार का प्रतिनिधि हूं।
नशे के खिलाफ सभी मिलकर काम करें
हिमाचल प्रदेश से नशे के खात्मे को लेकर राजपाल ने कहा कि नशे के खिलाफ जागरूकता कमी है। जब मैं यहैं आया था तो पीएम( PM) ने नशे के खिलाफ अभियान चलाने के लिए कहा था। मैंने अध्ययन किया और धीरे- धीरे जागरूकता का काम कर रहा हूं। मैं हर जगह नशे के खिलाफ संदेश दे रहा हूं। राज्य सरकार से कई बार कहा कि नशा निवारण केंद्र (Drug De-addiction Centre)स्थापित होने चाहिए। वो अभी तक ऐसा नहीं कर पाई है। नशे के खिलाफ सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
किसी भी तरह की जबरदस्ती को स्वीकार नहीं
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि राजभवन में सरकार का कोई बिल पेंडिग (Bill Pending) नहीं हैं। सरकार को ऐसा लगता है तो स्पष्ट करें। जो बिल थे उन्हें क्वेरी के साथ भेजा हैं। उस पर जवाब भेजे। विश्वविद्यालय से जुड़े बिल के संदर्भ में ये देखना मेरा दायित्व है कि सरकार क्या जबरदस्ती कर रही हैं। वैसे किसी भी तरह की जबरदस्ती को स्वीकार नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि सरकार विश्वविद्यालयों को वेतन के अलावा कुछ नहीं देती हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय कैसे खर्चा चला पाता है।
कांग्रेस पर कसा तंज
सत्ता पक्ष व विपक्ष की खींचतान को लेकर राज्यपाल ने कहा कि सत्ता पक्ष व विपक्ष की खींचतान चली रहती है लेकिन ये सकारात्मत दृष्टि से होनी चाहिए । दोनों पक्षों को देखना चाहिए। वैसे तो आज संविधान निर्माता का महानिर्वाण दिवस है लेकिन वो लोग बिना वजह के संविधान को लहराते रहते हैं तो क्या किया जाए……
संजू चौधरी