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हिमाचल के राज्यपाल का खाना पका रहा था उद्घोषित अपराधी, अब सस्पेंड
शिमला। हिमाचल प्रदेश का राजभवन (Himachal Governor House), जहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीआईडी की नजर रहती है, वहां एक उद्घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) राज्यपाल का हेड कुक पदस्थ रहा। राज्यपाल के खाने के इंतजाम का मुखिया एक लोन फर्जीवाड़े (Loan Fraud) में गिरफ्तार हुआ है। गिरफ्तारी के बाद हेड कुक को कोर्ट के आदेशों पर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। राजभवन प्रशासन ने हेड कुक को सस्पेंड कर दिया है। लेकिन राजभवन में एक उद्घोषित अपराधी के पदस्थ रहने और सेवा देने के मामले में पुलिस-प्रशासन पर गंभीर सवाल उठे हैं।
बताया जाता है कि जगदीश नाम के इस हेड कुक (Head Cook) ने लोन फर्जीवाड़ा किया। उसके कई चेक बाउंस हुए। सरकारी स्तर पर इस मामले को दबाने का हरसंभव प्रयास किया गया। लेकिन पुलिस ने उसे उद्घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया था। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि अगर हेड कुक उद्घोषित अपराधी था तो वह राजभवन में सेवाएं कैसे दे रहा था।
क्या होता है उद्घोषित अपराधी
उद्घोषित अपराधी वह व्यक्ति होता है, जिस पर अपराध करने का आरोप लगा है और उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया गया है। लेकिन वह अदालत में पेश नहीं हुआ हो या वह गिरफ्तारी से बच गया हो। या फिर वह फरार चल रहा हो और पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा हो। अब हिमाचल पुलिस (Himachal Police) के काम पर भी सवाल उठ रहे हैं कि राजभवन में सेवाएं दे रहा व्यक्ति उद्घोषित अपराधी कैसे हो सकता है। माना जा रहा है कि हाई प्रोफाइल (High Profile) मामला होने की वजह से अभी अधिकारी इस पर बोलने से बच रहे हैं।