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दिल की धड़कन से भी पता कर सकते हैं कोरोना पॉजिटिव या नेगेटिव होने का पता!
साल 2020 भारत सहित दुनिया भर में कोरोना (Corona) के नाम रहा। भारत में जब शुरुआती दौर में कोरोना के मामले आने शुरु हुए तो कोरोना टेस्टिंग (Testing) ही एक गंभीर समस्या थी। कोरोना टेस्ट (CoronaTest) के लिए पर्याप्त साधन भारत के पास नहीं थे। ऐसे में टेस्टिंग के रेट भी काफी ज्यादा थे जो हाल ही में काफी कम हुए हैं, लेकिन अब एक रिपोर्ट (Report) का दावा है कि हर्ट बीट (HeartBeat) यानी दिल की धड़कनों से भी कोरोना होने या ना होने का पता लगाया जा सकता है।
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रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि दिल की धड़कन की गति से ही इस बात के संकेत मिल सकते हैं व्यक्ति को कोरोना हुआ है या नहीं। ये रिसर्च की है गई है कोविड-19 सिम्पटम्स स्टडी ऐप (ovid 19 Symptoms Study App) पर उपलब्ध डेटा से। दावा है किया जा रहा है कि इसमें 40 लाख से ज्यादा लोगों के डेटा के रिसर्च की गई है. ऐप के शोधकर्ताओं का कहना है व्यक्ति कोरोना की चपेट में आया है तो उसकी दिल की धड़कन पर असर पड़ता है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की दिल की धड़कन की गति सामान्य से ज्यादा रहती है। यानी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की दिल धड़कन 100 बीट्स प्रति मिनट के ऊपर तक जा सकती है।
क्या है कोरोना जांच का तरीका
खास बात यह है कि कोविड-19 सिम्पटम्स स्टडी ऐप कि रिपोर्ट में घर बैठे हार्ट बीट चेक करने का तरीका भी बताया गया है। इसके लिए आप पहले पांच मिनट आराम करें फिर अंगूठे के साथ वाली अंगुली या फिर बीच वाली अंगुली से अपनी पल्स रेट की चेक करें. इस जांच के दौरान आप अपनी कलाई की नस या फिर गर्दन के पास विंड पाइप को हल्के से प्रेस कर बीट को 30 सेकंड तक काउंट करें। इसके बाद जो भी बीट रेट है उसे 2 से गुणा कर दें। विशेषज्ञों के मुताबिक यदि पल्स बीट रेट 60 से 100 बीट्स प्रति मिनट के बीच है तो घबराने की बात नहीं है। हां यदि बीट रेट इससे ज्यादा या 100 तक चला जाता है तो कुछ समस्या हो सकती है।