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बेहद खतरनाक है मोचा तूफान, इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अलावा तीन और राज्यों में चक्रवाती तूफान मोचा को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में चेतावनी के साथ एडवाइजरी जारी कर दी है।
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम बंगाल में भी मोचा का काफी असर देखने को मिल सकता है। जिसके चलते यहां एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को आपदा की स्थिति में अलर्ट मोड में रखा गया है। अलर्ट के आधार पर सरकार ने मछुआरों को 8 मई से लेकर 11 मई तक समुद्र में ना जाने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
ये होता है चक्रवात
बता दें कि चक्रवात का मतलब चारों तरफ घूमना होता है। यानी चक्रवात का मतलब है वो हवा या तूफान जो चारों तरफ तेजी से घूमता है। जिन क्षेत्रों में हवा का दबाव कम होता है वहां इसका असर ज्यादा होता है।
यहां बनते हैं चक्रवात
आमतौर पर चक्रवात गर्म पानी के ऊपर बनता है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर मई की भीषण गर्मियों में उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवात बनते हैं।
क्या है मोचा
जानकारी के अनुसार, मोचा चक्रवात लाल सागर बंदरगाह शहर के नाम पर यमन ने सुझाया है। बंदरगाह शहर 500 साल पहले दुनिया में कॉफी पेश करने के लिए जाना जाता था।
साबित होता है बड़ा खतरा
विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार, तूफान के कारण बाढ़, तेज हवाएं और बवंडर आते हैं, जो कि जीवन और संपत्ति के लिए बड़ा खतरा साबित होता है।
भारी बारिश की है संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, जिसके चलते देश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक बारिश होगी। मौसम विभाग का कहना है कि मोचा का असर झारखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में देखा जा सकता है। इसके अलावा इन इलाकों के दक्षिणी राज्यों के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी भारी बारिश की संभावना है।
ये रखते हैं तूफान का नाम
बता दें कि दुनियाभर में हर महासागर बेसिन में बनने वाले चक्रवातों का नाम क्षेत्रीय विशेष मौसम विज्ञान केंद्रों और उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेतावनी केंद्रों की तरफ से किया जाता है। विश्व में कुल 6 क्षेत्रीय विशेष मौसम विज्ञान केंद्र हैं, जिनमें भारत मौसम विज्ञान विज्ञान और पांच उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेतावनी केंद्र शामिल हैं।
आईडीएम को चक्रवात और तूफान पर क्षेत्र के 12 अन्य देशों को सलाह जारी करने का अधिकार है। आईडीएम बंगाल की खाड़ी और अरब सागर समेत उत्तर हिंद महासागर में बनने वाले चक्रवातों का नाम देता है।