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BJP बोली- हर जिला में DC की मर्जी से बन रहे नियम, प्रदेश स्तर पर हों फैसले
शिमला। बीजेपी (BJP) हिमाचल ने जयराम सरकार को नौ पन्नों का एक पत्र सौंपा है। इस पत्र में बीजेपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश सभी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों व 2017 के सभी प्रत्याशियों के एकत्रित सुझावों को शामिल किया है। बीजेपी हिमाचल ने सरकार को सुझाव दिया है कि कोरोना माहमारी के दौरान प्रदेश में लिए जा रहे फैसलों को प्रदेश स्तर पर लिया जाना चाहिए। पूरे प्रदेश में हर जिला में अलग-अलग कानून चलाए जा रहे हैं और डीसी (DC) की मर्जी से नियम बनाए जा रहे हैं। मनरेगा की दिहाड़ी को और बढ़ाए जाने का भी सुझाव दिया है। बीजेपी ने किसानों और बागवानों, मजदूरों, बाहर फंसे लोगों को राहत देने पर्यटन को बढ़ावा देने व आर्थिक मजबूती के सुझाव के साथ प्रदेश के खर्चे को घटाने के संबंध में भी सुझाव दिए हैं। सुझाव दिया है कि अगले एक वर्ष तक सरकारी क्षेत्रों में छोटी गाड़ियों की खरीद पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए।
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शराब पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) बढ़ानी चाहिए। सरकार की आय बढ़ाने के लिए शराब की बोतल पर अधिक से अधिक एक्साइज की बढ़ोतरी करनी चाहिए। अपने पड़ोसी राज्यों से बात करके शराब के रेट बराबर बढ़ाने चाहिए, ताकि तस्करी को रोका जा सके। शराब की तस्करी बॉर्डर के जिलों में बड़ी मात्रा में होती है। इसे सख्ती से रोकें तथा शराब तस्कारी को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में रखें। बीबीएनडीए में लोकल बसें शुरू करनी चाहिए। चाहे वे बसें कंपनी की या सरकार की हों। उद्योग खुलेंगे तो पर्यटन भी बढ़ेगा। हिमाचल में ऑनलाइन सामान मंगवाया जाता है, उसे बंद करना चाहिए।
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बीजेपी का कहना है कि किसान व बागवान प्रदेश की रीढ़ की हड्डी हैं। फूलों की खेती पूरी तरह तबाह हो गई। उन्हें खरीदने वाला कोई ना था और अगले 6 माह तक भी समारोह नहीं होंगे व ग्राहक नहीं होंगे। उनके लिए सरकार योजना बनाए। स्ट्रॉबेरी (Strawberry) पैदा करने वाले किसानों का माल खेतों में ही सड़ गया या आधे-अधूरे दामों पर बिका, उनके लिए सरकार चिंता करें। चैरी, प्लम, खुरमानी, आडू, नाशपाती की फसल आने वाली है, उसके दाम ठीक मिले, पैकिंगे ग्रेडिंग एवं मार्केंटिंग के लिए सरकार संपर्ण व्यवस्था करे। सेब की फसल के लिए आज से ही पूरी तैयारी की जानी चाहिए। ग्रेडिंग, पैकिंग एवं मार्केंटिंग के लिए जमीनी स्तर पर, युद्ध स्तर पर कार्य किया जाना जरूरी है। सेब और टमाटर ने हमारे हिमाचल को नाम दिया है (हिमाचल ऐप्पल) आने वाले दिनों में जब यह फसल तैयार होगी, तब बागवानों को बाहर की मंडियों में ले जाने के लिए कोरोना महामारी की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए हमारे हिमाचल प्रदेश में जो एपीएमसी (APMC) मार्केट यार्ड है उसमें आज से ही व्यवस्था करनी चाहिए कि वह भारत वर्ष से आने वाले खरीददारों से अभी से संपर्क करें और कोई गाइडलाइन तय करें और जब भी वह हिमाचल प्रदेश आए उनका कोविड-19 (Covid-19) टेस्ट हिमाचल प्रदेश सरकार करवाए। क्योंकि पूरे भारतवर्ष से सेब खरीदने के लिए अलग-2 राज्य से सेब खरीददारी करने के लिए लोग यहां आते हैं। यह काम एपीएमसी विभाग को समय से पहले कर लेना चाहिए, जिससे कि हमारे किसानों-बागवानों को अपनी नकदी फसल बेचने में परेशानी का सामना ना करना पड़े।
BJP Suggestions for Covid 19 PDF
आम, लीची व सिटरस फल को खरीदने का इंतजाम हमें करना होगा। मटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से भी व मार्केट ना मिलने से भी इन किसानों की भी चिंता करनी होगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आज से ही कार्य योजना तैयार करके पूरे हिमाचल प्रदेश में नई टूरिज्म साइट्स को विकसित करने का कार्य शुरू करना होगा।