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राष्ट्रीय स्कूल U19 हैंडबाल में हिमाचल की बेटियों ने जीता गोल्ड
शिमला। राष्ट्रीय स्कूल खेलों में हिमाचल प्रदेश की बेटियों ने फाइनल मुकाबले में दिल्ली की टीम को एक आसान से मुकाबले में 30-12 गोल के अंतर से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। दिल्ली में चल रही अंडर-19 हैंडबॉल प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में हरियाणा को छोड़ कोई भी टीम हिमाचल को कड़ी टक्कर नहीं दे पाई। प्रतियोगिता के सभी छह मैच जीतकर हिमाचल ने यह खिताब जीता है।
हिमाचल से जस्सी, संजना, अंजलि, कृतिका, स्वाति, मानवी, पायल, मानसी, मन्नत, कनिका, नैंसी, सुमन, कृष्टि, पलक, खुशबू, प्रिया ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। टीम मैनेजर परवेश राणा ने बताया कि हिमाचल की बेटियों ने पूरी प्रतियोगिता में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा, एडीपीओ मुख्यालय संतोष चौहान ने हिमाचल की टीम को स्वर्ण पदक जीतने सभी खिलाडिय़ों, कोच स्नेहलता, सहायक कोच संगीता, मैनेजर परवेश राणा को बधाई दी है।
अब तक प्रदेश को 18 मेडल
राष्ट्रीय खेल में हिमाचल प्रदेश ने अभी तक 5 स्वर्ण, 4 रजत और 9 कांस्य पदक समेत 18 पदक जीते हैं। उधर, भोपाल में हुई प्रतियोगिता में वॉलीबॉल में हिमाचल के छात्रों ने छत्तीसगढ़, त्रिपुरा और पांडिचेरी को हराकर अपने पुल में टॉप किया है। फुटबॉल के खिलाड़ियों का भी शानदार प्रदर्शन रहा। फुटबाल टीम ने पुड्डुचैरी और डीएवी को हराकर अपने पुल को क्वालिफाई किया है।
हैंडबाल टीम का सफर
लीग मैचों में हिमाचल ने कर्नाटक और उत्तराखंड को हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। प्री क्वार्टर में असम को हराया। क्वार्टर फाइनल में केरल को 40-4 से हराया। केरल ने मैच का दूसरा हॉफ भी नहीं खेला। सेमीफाइनल में हरियाणा को कड़े मुकाबले में 36-32 गोल के अंतर से हराया। हिमाचल की टीम में छह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल हैं।
फाइनल में जस्सी ने किए सबसे अधिक गोल
फाइनल मुकाबले में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जस्सी ने सबसे अधिक 10, संजना ने छह, पायल ने छह गोल किए। तीनों खिलाड़ी अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियनशिप, अंडर-19 वर्ल्ड चैंपियनशिप और तीन बार एशियन चैंपियनशिप भारतीय टीम की ओर से खेल चुकी हैं। तीनों बिलासपुर की हैंडबाल मोरसिंघी नर्सरी में प्रशिक्षण ले रही हैं। मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी से ही प्रशिक्षण ले रहीं और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अंजलि और स्वाति ने चार-चार गोल किए। गोलकीपर कनिका ने शानदार बचाव कर टीम की जीत में अहम योगदान दिया। अंजलि, पायल और कनिका अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन कप में भाग लेने वाली टीम का हिस्सा रही हैं।