-
Advertisement
तकनीकी विवि में द्वितीय, चतुर्थ और छठे समेस्टर के छात्रों को किया जाएगा Promote
Last Updated on September 19, 2020 by Deepak
हमीरपुर। कोरोना संकट के दौरान प्रदेश में छात्रों को वन टाइम के लिए प्रमोट (Promote) किया जाएगा, लेकिन री-अपीयर वाले छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। द्वितीय, चतुर्थ और छठे समेस्टर के छात्रों को प्रमोट किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना काफी फैल चुका है इसलिए फैसला लिया गया है। यह बात तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने कही। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर (Technical University Hamirpur) के वेब स्टूडियो और डाटा सेंटर के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे डॉ. राम लाल मार्कंडेय (Dr. Ramlal Markandey) ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति को लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला देश का राज्य बनेगा। प्रदेश में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और इसके लिए कमेटियां और सब कमेटियां गठित कर ली गई हैं। इस अवसर पर उन्होंने तकनीकी विश्वविद्यालय में जनजातीय छात्र होस्टल बनाने व स्टाफ आवासीय परिसर बनाने की घोषणा भी की।
यह भी पढ़ें: शिक्षकों-गैर शिक्षकों को स्कूल बुलाने के लिए Notification, एसओपी का करना होगा पालन
वेब स्टूडियो और डाटा सेंटर का उद्घाटन करने के बाद तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि बेब स्टूडियो का आज के तकनीकी जमाने में बहुत लाभ मिलेगा और घर बैठे ही महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि घर बैठे बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा (Online Study) दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मॉर्डन तकनीकी के माध्यम से नई जानकारियां जुटा सकेंगे और कुल मिलाकर भविष्य में हमीरपुर ही नहीं पूरे प्रदेश को बेब स्टूडियों का लाभ मिलेगा। आज के जमाने में करियर कांउसलिंग (Career counseling) बहुत जरूरी है और कई बच्चे स्नातक करने के बाद आईटीआई करने पहुंच रहे है िजससे समय बर्बाद हो रहा है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि समय पर बच्चों को करियर कांउसिलिंग दी जाएगी और इसके लिए गांव-गांव जाकर सर्वे भी किया जाएगा और इस काम के लिए प्रधानों के अलावा अध्यापकों के साथ कर्मचारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए है। प्रदेश में आईटीआई खुलने के लिए तैयार है और आईटीआई के लिए गाइडलाइन तैयार की जा चुकी है। मार्केंडेय ने बताया कि आईटीआई केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार चलता है और इसके लिए भी प्रदेश सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है, ताकि आईटीआई शिक्षा भी शुरू की जा सके।