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शिमला। विश्व बैंक (World Bank) के पास हिमाचल में निवेश का पर्याप्त पोर्टफोलियो है और विभिन्न परियोजनाओं के रूप में राज्य को कुल 3160 करोड़ रुपए प्राप्त हो रहे हैं। यह परियोजनाएं सड़क, जलापूर्ति, बागवानी, वन और वित्तीय प्रबंधन क्षेत्रों से संबंधित हैं। विश्व बैंक के प्रतिनिधिमंडल ने 15 और 16 मार्च 2022 को प्रदेश का दौरा किया। इसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश में क्रियान्वित किए जा रहे कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करना और भविष्य के अनुबंधों की संभावनाएं तलाशना है। यह जानकारी मुख्य सचिव रामसुभग सिंह (Chief Secretary Ramsubhag Singh) ने दी है। विश्व बैंक के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हार्तविग शाफर के नेतृत्व में प्रदेश के दौरे पर आए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मुख्य सचिव राम सुभग सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। राम सुभग सिंह ने कहा कि इस बैठक में जलवायु अनकूल कृषि, एकीकृत वाटरशैड विकास दृष्टिकोण के माध्यम से आजीविका सुरक्षाए राज्य पर्यावरण कार्ययोजना और स्वच्छ गतिशीलता जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई। राज्य ने इन सभी क्षेत्रों में निवेश, तकनीक और ज्ञान सहायता का आग्रह किया।
दो स्मार्ट शहरों शिमला, धर्मशाला में रोपवे आदि के माध्यम से ट्रैफिक डीकंजेशन के लिए निवेश में सहयोग भी मांगा
हिमाचल सरकार (Himachal Goverment) ने विश्व बैंक टीम से समग्र प्रदूषण मैट्रिक्स में परिवहन क्षेत्र की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए दो स्मार्ट शहरों शिमला, धर्मशाला (Dharamshala) में रोपवे आदि के माध्यम से ट्रैफिक डीकंजेशन के लिए निवेश में सहयोग भी मांगा। इस बैठक में प्रतिनिधिमंडल की ओर से जलवायु अनुकूल हरित विकास के एजेंडे पर चर्चा की। राज्य ने इस बात पर जोर दिया कि हाल ही में ग्लासगो शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) की ओर से निर्धारित नए स्वच्छ विकास एजेंडे के दृष्टिगत जीवाश्म ईंधन स्रोतों से गैरण्प्रदूषणकारी नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में परिवर्तन में देश की सहायता करने के लिए प्रदेश की एक विशेष भूमिका है। हाइड्रो सेक्टर अपने डिजाइन के कारण ग्रिड स्थिरता के लिए अनिवार्य रूप से जरूरी है। राज्य की ओर से प्रदेश के पंप भंडारणए सौर और जल विद्युत क्षेत्रों में निवेश और ज्ञान सहायता के लिए विश्व बैंक से आग्रह किया गया।
विश्व बैंक के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष ने 15 मार्च को शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड यानी एसजेपीएनएल (SJPNL) के कार्यालय का भी दौरा किया और विश्व बैंक की ओर से वित्त पोषित शिमला जल आपूर्ति परियोजना को कार्यान्वित करने के लिए स्थापित स्पेशल पर्पज व्हीकल यएसपीवीद्ध के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने शिमला के उपनगर रामनगर का भी दौरा किया और परियोजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की।
अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभाषीश पांडा, कृषि सचिव राकेश कंवर और योजना सलाहकार बासु सूद ने विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। इससे पूर्व प्रधान सचिव शहरी विकास देवेश कुमार ने विश्व बैंक के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों का स्वागत किया। इस बैठक की कार्रवाई का संचालन किया।
विश्व बैंक के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हार्तविग शाफर की अध्यक्षता में एक दल ने बुधवार को राजभवन का दौरा किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव विवेक भाटिया ने हार्तविक शाफर और विश्व बैंक के दल का स्वागत किया। भाटिया ने दल के सदस्यों को धरोहर भवन राजभवन के ऐतिहासिक महत्व से अवगत करवाया। उन्होंने बार्नस कोर्ट भवन से जुड़ी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी भी दी। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Rajendra Vishwanath Arlekar) के दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर होने के चलते शाफर ने वीडियो कॉल के माध्यम से राज्यपाल से बातचीत की और राजभवन में उन्हें दिए गए सम्मान का आभार व्यक्त किया।
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