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हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनावों में अपने पसंद के प्रत्याशी को पार्टी का समर्थन दिलवाने के लिए कांग्रेस की बैठक (Congress Meeting) में आज गहमागहमी देखने को मिली। यूं तो यह बैठक प्रदेश कांग्रेस की ओर से नवनियुक्त जिला प्रभारी व सह प्रभारी से मुलाकात के लिए रखी गई थी, मगर उनके नहीं आने के बाद जिला के नेताओं की आपसी खींचतान खुलकर सामने आई। हमीरपुर (Hamirpur) जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में उस समय गहमागहमी हो गई जब पंचायती राज चुनावों में प्रत्याशियों (Candidates) के ठीक चयन ना होने का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ने लगे। इसी बीच कई कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र हो गए और धक्का-मुक्की भी शुरू हो गई। बीच-बचाव व तीखी नोकझोंक के बाद मामले को शांत करवाया गया। बैठक में मौजूद पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र जार, बड़सर के विधायक इंद्रदत लखनपाल ने भी बीच-बचाव कर बड़ी मुश्किल से भड़के हुए कार्यकर्ताओं को शांत करवाया।
जाहिर है हमीरपुर में जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा पंचायती राज चुनावों (Panchayat Elections) के मद्देनजर रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक का आयोजन किया था। हालांकि, बैठक में प्रभारी विधायक पवन काजल और सह प्रभारी आश्रय शर्मा को भी आना था, लेकिन निजी कारणों से वे बैठक में उपस्थित नहीं हो सके। ऐसे में बैठक में जिला अध्यक्ष राजेन्द्र जार के अलावा विधायक इंद्रदत लखनपाल, प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल, पूर्व विधायक अनीता वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया सहित स्थानीय नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई नोकझोक पर प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि संगठन में कुछ मुद्दों पर गहमागहमी हुई है, लेकिन लोकतंत्र में हर कोई अपनी बात रख सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है और यह स्वस्थ लोकतंत्र पंरपरा है जिसके तहत कार्यकर्ताओं ने अपनी बात को सबके सामने रखा है।
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