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HRTC की पहली महिला Driver क्यों स्टेयरिंग से उतरी, अभी कहानी अधूरी है ?
HRTC First Woman Driver Seema Thakur : हिमाचल प्रदेश की बेटी सीमा ठाकुर (Seema Thakur) ने एक वक्त पर जमकर सुर्खियां बटोरी थी,जब उसने शिमला में टैक्सी ड्राइविंग करते हुए स्टेयरिंग थामा था। अब वह फिर से सुर्खियों में है। लेकिन इस मर्तबा मसला कुछ और है,आखिर सीमा पिछले छह माह से ड्यूटी पर क्यों नहीं आ रही है। मसला गंभीर है,अभी तो एचआरटीसी का ही पक्ष आया है,इसलिए कहानी अधूरी है। जब तक सीमा का पक्ष सामने नहीं आ जाता कहानी पूरी नहीं हो सकती। बताया तो ये जा रहा है कि ट्रांसफर (Transfer) के बाद से सीमा ठाकुर ने ड्यूटी नहीं ज्वाइन की, इस दौरान एचआरटीसी प्रबंधन ने उन्हें एक माह का अवकाश भी दिया, जो कि पहली अक्टूबर, 2024 को खत्म हो चुका है। बावजूद उन्होंने ना ड्यूटी ज्वाइन की और ना ही एचआरटीसी प्रबंधन की तरफ से भेजे गए नोटिस का जवाब दिया। ये कहानी तो एचआरटीसी प्रबंधन की है। पहले बात करते हैं सीमा ठाकुर की,आखिर वो है कौन, क्या हुआ है उसके साथ।
"Meet Seema Thakur, HRTC's trailblazing first female driver, breaking barriers and driving towards women empowerment one journey at a time. 💪🚌 #WomenEmpowerment #HRTCPioneer" @SukhuSukhvinder @Agnihotriinc @RohanChandThak1 pic.twitter.com/iLnkc5QUaz
— HRTC (@HRTC_529) April 20, 2024
अर्की की रहने वाली है सीमा
सीमा ठाकुर मूल रूप से जिला सोलन के अर्की (Arki in Solan) की रहने वाली हैं। सीमा ने शिमला से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और पांच मई, 2016 को एचआरटीसी के शिमला डिपो में बतौर चालक अपनी सेवाएं शुरूकी। वह प्रदेश की पहली महिला एचआरटीसी चालक (HRTC First Woman Driver) हैं। सीमा शुरुआती दिनों में शिमला में लोकल रूटों पर एचआरटीसी की टैक्सी (HRTC Taxi) चलाती थी, हालांकि, बाद में उन्हें वोल्वो बसें चलाने की अनुमति दी गई, वह शिमला से चंडीगढ़ रूट पर भी बस चलाती रही। सीमा के पिता भी एचआरटीसी चालक रहे हैं। इस बीच एचआरटीसी की वोल्वो बस (HRTC Volvo Bus) चलाने के लिए ट्रेनिंग को लेकर 17 से 21 अक्टूबर, 2022 तक सीमा को बेंगलुरु भेजा गया। बाद में जब ट्रेनिंग से वह लौटी तो उन्हें इच्छानुसार वोल्वो बस में चालक के रूप में तैनात किया गया। हालांकि, वोल्वो बस संचालन के दौरान उनकी ओर से दो दुर्घटनाएं तथा दो अन्य लापरवाही (Two Accidents And Two Other Negligence Related Cases) से संबंधित मामले सामने आए। ये सभी मामले यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े थे।
आठ जुलाई 2024 से ड्यूटी पर नहीं आई
अब कहानी शुरू होती है (HRTC Executive Director) एचआरटीसी के कार्यकारी निदेशक डॉ मुरारी लाल (Dr. Murari Lal) की तरफ से सीमा को लेकर जारी किए गए (Status Note) स्टेटस नोट की। जिसमें बताया गया है कि सामान्य हालात में इस प्रकार की लापरवाही के मामलों में चालकों को निलंबित किया जाता है। हालांकि, विभाग ने महिला कर्मचारी होने के मद्देनजर नरम रुख अपनाते हुए उन्हें निलंबित नहीं किया। इसी वजह से 8 जुलाई, 2024 को उन्हें शिमला के लोकल डिपो में ट्रांसफर (Transferred To The Local Depot of Shimla) कर दिया गया और स्थानीय बस सेवाओं में चालक के तौर पर ड्यूटी दी गई। लेकिन ट्रांसफर के बाद से सीमा ठाकुर ने (Did Not Join Duty) ड्यूटी ज्वाइन नहीं की। इस दौरान विभाग ने उन्हें एक माह का अवकाश भी दिया। उसके बाद भी सीमा ने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की। ना ही एचआरटीसी प्रबंधन की तरफ से भेजे गए नोटिस (Notice) का जवाब दिया। अभी तक निगम ने उनके खिलाफ सेवा नियमों के अंतर्गत अनुपस्थित रहने पर कोई कार्रवाई नहीं की है। अब इससे आगे की कहानी सीमा ठाकुर के सामने आने पर ही पता चल पाएगी।
-संजू चौधरी