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चीन की सीमा पर अपना ही ‘रिकॉर्ड’ तोड़ने की तैयारी में भारत, देखिए तस्वीरें
नई दिल्ली। सीमा विवाद (Border Dispute With China) को लेकर चीन से तनातनी के बीच भारत चाइना बॉर्डर पर सड़कों, सुरंगों और सैन्य बेस के रूप में अपना ही पिछला ‘रिकॉर्ड’ तोड़ने की तैयारी में जुटा है। चीन की सीमा पर दुनिया की सबसे ऊंची सड़क, टनल और फाइटर जेट बेस बनाया जा रहा है।
पूर्वी लद्दाख
पूर्वी लद्दाख में चीन बॉर्डर के पास भारत 19,024 फीट की ऊंचाई पर लिकारु-मिग ला-फुकचे सड़क बना रहा है, जो दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क (World Highest Motorable Road) होगी। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) इस सड़क निर्माण के बाद अपना ही रिकॉर्ड तोड़ देगी। 2012 में ही BRO ने दुनिया की सबसे ऊंची रोड ‘उमलिंग-ला पास’ बनायी थी। आर्मी और एयरफोर्स के लिए ये बेस काफी महत्वपूर्ण है। अब लद्दाख से चीन सीमा तक किसी भी नाजुक स्थिति में सैनिकों की तैनाती आसान होगी।
अरुणाचल
‘सेला टनल’ दुनिया का सबसे ऊंचा और लंबा बाई-लेन टनल है (World Highest and Longest bi-lane Tunnel) जो समुद्र से 13700 फीट की ऊंचाई पर बना है। इस टनल की मदद से अरुणाचल प्रदेश में अब किसी भी मौसम में आवाजाही हो सकती है।
हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में ‘शिंकू ला’ सुरंग (Shinku-la Tunnel) का निर्माण भी जल्दी ही शुरू होगा, जो ज़ांस्कर के रास्ते मनाली को लेह से जोड़ता है। ‘शिंकू ला’ पास चीन के ‘मिला टनल का रिकॉर्ड तोड़कर दुनिया में सबसे ऊंचाई (World Highest Tunnel) पर स्थित टनल बन जाएगा।
सबसे ऊंचा फाइटर बेस
पूर्वी लद्दाख से करीब 30 किमी दूर न्योमा एयरफील्ड (Nyoma Airfield in Eastern Ladakh) 2023 के अंत तक फाइटर जेट की उड़ान के लिए तैयार हो जाएगा। इस एयरबेस को 14000 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है, जिससे ये दुनिया का सबसे ऊंचा एयरबेस (World Highest Airbase) होगा।